Jaswinder Bhalla Death: पंजाबी सिनेमा के मशहूर अभिनेता और कॉमेडियन जसविंदर भल्ला का 65 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने 22 अगस्त की सुबह मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया था, जिसकी वजह से हालत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 22 अगस्त की सुबह 4 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
बीबीसी पंजाबी और दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में बताया गया है कि ब्रेन स्ट्रोक के चलते उनके सिर में काफी खून बह गया था, जिससे उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
लंबे समय से चल रही थी तबीयत खराब- Jaswinder Bhalla Death
जसविंदर भल्ला काफी वक्त से बीमार चल रहे थे। उनके करीबी दोस्त और कॉमेडियन पम्मी ने बताया कि भल्ला को डायबिटीज और दिल की बीमारी थी, जिस वजह से वो फिल्मों से थोड़ा दूर हो गए थे। परिवार की बात करें तो भल्ला मोहाली स्थित अपने घर में मां, पत्नी और बेटे के साथ रहते थे। उनकी बेटी यूरोप में रहती है, जो पिता के निधन की खबर मिलते ही भारत लौट रही है।
30 सालों का शानदार फिल्मी सफर
जसविंदर भल्ला का करियर करीब तीन दशकों से भी ज्यादा लंबा रहा। उन्होंने साल 1988 में ‘छंकार्टा 88’ से अपने सफर की शुरुआत की थी। इसके बाद ‘पावर कट’, ‘मेल करा दे रब्बा’, ‘माहौल ठीक है’, ‘कबड्डी वन्स अगेन’, ‘अपन फिर मिलांगे’, ‘जीजा जी’, ‘जिन्हे मेरा दिल लुटेया’ जैसी हिट फिल्मों से दर्शकों के दिलों में खास जगह बना ली।
‘कैरी ऑन जट्टा’ सीरीज में उनका एडवोकेट ढिल्लों का किरदार आज भी दर्शकों को याद है। इसके अलावा ‘जट्ट एंड जूलियट’, ‘सरदार जी’ और हालिया रिलीज़ फिल्म ‘शिंदा शिंदा नो पापा’ (2024) में भी उन्होंने शानदार काम किया।
सिर्फ एक अभिनेता नहीं, पढ़ाई में भी थे टॉपर
जसविंदर भल्ला सिर्फ एक कलाकार नहीं थे, बल्कि एक पढ़े-लिखे इंसान भी थे। उन्होंने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से बीएससी और एमएससी की पढ़ाई की और फिर पीएचडी चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ से की। बहुत कम लोग जानते हैं कि फिल्मों में आने से पहले भल्ला एक प्रोफेसर थे।
उन्होंने लुधियाना स्थित पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में 1989 से लेकर 2020 तक बतौर प्रोफेसर काम किया। इस दौरान उन्होंने यूनिवर्सिटी की रिसर्च और तकनीकों को किसानों तक पहुंचाने का भी अहम काम किया। पढ़ाई के साथ-साथ उनके अंदर कॉमेडी का टैलेंट हमेशा से था, जिसे उन्होंने अपने लेक्चर्स के दौरान भी इस्तेमाल किया, और वहीं से उनका अभिनय की दुनिया में आने का रास्ता खुला।
अंतिम विदाई और इंडस्ट्री में शोक की लहर
बता दें, 23 अगस्त को दोपहर 12 बजे मोहाली के बलोंगी श्मशान घाट में जसविंदर भल्ला का अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनके निधन की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग उनके घर पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे। पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े सितारों और फिल्ममेकर्स ने सोशल मीडिया पर उन्हें याद करते हुए भावुक संदेश साझा किए।