King khan’s disaster movies: 200 करोड़ के बड़े बजट की एक फिल्म बनी, बड़े-बड़े सितारों से सजाई गई, प्रमोशन के नाम पर भी करोड़ों का खर्च हुए, लव ट्राएंगल, ग्लैमर, कॉमेडी, और थ्रिलर का भी तड़का लगाया गया, लेकिन सिर्फ एक गलती ने फिल्म को बना दिया डिजास्टर। कौन सी थी ये फिल्म, जो बड़े बड़े सितारों के बावजूद भी अपनी शाख तक नहीं बचा सकीं। जी हां हम बात कर रहे हैं साल 2018 में आई शाहरुख खान अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ जैसे दिग्गज स्टार्स से सजी फिल्म ज़ीरो(zero) की। ज़ीरो जिसने पहली बार शाहरुख अपने रॉयल अंदाज में होते हुए भी अलग दिखे। फिल्म में शाहरुख बने एक बौने तो वहीं अनुष्का बनी नासा की एक हैंडिकैप्ड साइंटिस्ट। जिनका कैरेक्टर मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग से प्रेरित लगा था। वहीं कैटरिना कैफ को केवल एक शोपीस के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। तमाम प्रोमोशन के बावजूद भी ये फिल्म 2016 की सबसे बड़ी डिजास्टर साबित हुई। किसी ने नहीं सोचा था कि ये फिल्म अपना पूरा बजट भी नहीं निकाल सकेगी।
बौने शाहरूख का नहीं चला जादू
फिल्म की बात करे तो आदाकारी के मामले में शाहरूख औऱ अनुष्का ने बेहद बेहतरीन काम किया था। वीएफएक्स के जरिए शाहरूख को बौना बनाने का तरीका बहुत रोमांचक रहा तो वहीं अनुष्का साइंटिस्ट के रोल में काफी जची, लेकिन फिल्म को नहीं बचा पाए। 200 करोड़ के बड़े बजट में बनी फिल्म जीरों 190 करोड़ की कमाई में ही सिमट गई। फिल्म को क्रिटिक्स की ओर से भी मिली जुली प्रतिक्रिया मिली थी।
और पढ़ेः साल 2025 में बॉलीवुड में धमाल मचाएंगी ये बड़ी फिल्में, जानें रिलीज डेट और खास बातें.
फिल्म के फ्लॉप होने की बड़ी वजह
बड़े-बड़े सितारे और मजबूत अदाकारी के बावजूद भी फिल्म को क्रिटिक्स से डिजास्टर करार दे दिया था। आखिर क्या था वजह, जीरो के न चलने की। तो वजह थी फिल्म का कमजोर डायरेक्शन। फिल्म के डायरेक्टर आनन्द ए. राय का डायरेक्शन बेहद ही कमजोर था। इस फिल्म को लेकर कहा जाता है कि फिल्म के प्रोड्यूसर गौरी खान थी और उन्होंने लगभग अपनी सारी जमा पूंजी जीरों को सुपरहिट बनाने में लगा दी थी, लेकिन फिल्म के फ्लॉप होने के कारण शाहरूख खान को लगभग 5 साल लगे इस डिजास्टर से उबरने में।
शाहरूख को मिला बेस्ट एक्टर का अवार्ड
फिल्म जीरो 2018 की सबसे फिल्म साबित हुई हो लेकिन शाहरूख खान की अदाकारी के क्या कहने। उनकी अदाकारी की तारीफ हुई और इसका असर 64वे फिल्म फेयर अवार्ड शो में भी देखने को मिला। शाहरूख खान को बाउआ के रोल के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला था।
फिल्म की वीकनेस
अब बात करेंगे फिल्म के कुछ ऐसे की पोइंट्स जो इस फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी रही। फिल्म जीरो का कंसेप्ट काफी दमदार था। फस्ट हाफ काफी तेजी से निकला लेकिन सेकेंड हाफ ने सब बिगाड़ दिया। फिल्म काफी स्लो हो गई। अच्छी कहानी के बावजूद कमजोर डायेरेक्शन फिल्म को ले डूबी। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब बउआ अपनी फेवरेट हिरोइन बबीता कुमारी यानि की कैटरिना कैफ से मिलने के लिए शादी से भाग जाता है, लेकिन फिर उसे अपनी गलती का एहसास होता है और वो चल पड़ता है अनुष्का के पीछे, ये कहानी काफी पुरानी है। इसमें कुछ भी नया नहीं होता। आधी फिल्म लव स्टोरी है और आधी फिल्म काल्पनिक साइंस फिक्सन, फिल्म असल में मैसेज क्या देना चाहती ये क्लियर ही नहीं हुआ। और इन सब के बीच बौने बने शाहरूख को फिल्म के कई हिस्सों में कच्छा बनियान पहले सड़कों पर घूमते दिखाया गया है। जो शाहरूख के कैरेक्टर को मैच ही नहीं करती है।
और पढ़ेः अबतक की सबसे कमाऊ मल्टी स्टारर फिल्में, TOP 10 लिस्ट में कौन सी वाली NO.1.
कोशिश तो बहुत की गई, फिल्म को जोरो शोरो से सिनेमाघरों में उतारा गया, लेकिन कहते है न कि आज के फैन सिर्फ फैन होने के नाते फिल्म नहीं देखने जाते, बल्कि वो कॉन्सेप्ट औऱ स्टोरी पर भी ध्यान देते है। जो एक बड़ा कारण रही जीरो के डिजास्टर बनने का। खैर क्या आपने जीरो फिल्म देखी है, तो हमें कमेंट करके बताइये कि आपको ये फिल्म कैसी लगी।