Kota Srinivasa Rao death: भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के लिए रविवार का दिन एक गहरे शोक का क्षण बन गया, जब तेलुगू सिनेमा के दिग्गज अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने हैदराबाद के जुबली हिल्स स्थित फिल्मनगर में अपने निवास पर अंतिम सांस ली। अभिनय की दुनिया में चार दशकों से ज्यादा समय तक सक्रिय रहने वाले कोटा श्रीनिवास राव ने न सिर्फ फिल्मों में, बल्कि राजनीति में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी। वे भारतीय जनता पार्टी से विधायक भी रह चुके थे।
सैकड़ों फिल्मों का हिस्सा रहे ‘कोटा गरु’ (Kota Srinivasa Rao death)
कोटा श्रीनिवास राव ने अपने करियर में 750 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिनमें तमिल, तेलुगू और हिंदी फिल्मों की एक लंबी सूची शामिल है। वह अपने नेगेटिव और कॉमिक किरदारों के लिए खास तौर पर पहचाने जाते थे। चाहे वह कोई गंभीर सीन हो या हल्के-फुल्के डायलॉग्स—कोटा गरु हर किरदार में जान डाल देते थे। उनके डायलॉग डिलीवरी, हावभाव और संवादों में जीवंतता उनके अभिनय कौशल की मिसाल थे।
विष्णु मांचू ने दी श्रद्धांजलि: ‘हर फ्रेम में रोशनी भरने वाले कलाकार’
अभिनेता विष्णु मांचू ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर श्रद्धांजलि देते हुए कोटा श्रीनिवास की एक तस्वीर साझा की और लिखा, “एक शब्दों से परे महान व्यक्ति। उनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला और उनके अभिनय ने मेरे सिनेमा प्रेम को आकार दिया। चाहे खलनायक की भूमिका हो या कॉमेडी, उन्होंने हर दृश्य में जान डाल दी।”
विष्णु ने आगे कहा, “हमने उन्हें भले ही भौतिक रूप से खो दिया हो, लेकिन उनकी कला, उनका हास्य और उनकी आत्मा उन दृश्यों में जीवित रहेगी जिन्हें उन्होंने सजाया। आपको हमेशा याद किया जाएगा सर।”
नेताओं और कलाकारों से उमड़ा श्रद्धांजलियों का सैलाब
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी अभिनेता के निधन पर शोक जताते हुए कहा, “फिल्म और रंगमंच को दी गई उनकी सेवा अविस्मरणीय है। उन्होंने चार दशकों तक दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। 1999 में विजयवाड़ा से विधायक बनकर उन्होंने जनता की सेवा की।”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने भी दुख जताते हुए लिखा कि कोटा राव का जाना तेलुगू सिनेमा के लिए एक गहरी क्षति है। “उनकी विविध भूमिकाएं आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा हैं।”
रवि किशन और अन्य कलाकारों ने जताया दुख
भाजपा सांसद और अभिनेता रवि किशन ने भी सोशल मीडिया पर संवेदनाएं प्रकट करते हुए लिखा, “तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के इस स्तंभ का निधन बेहद दुखद है। उनकी अभिनय क्षमता और योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।”
सम्मान और विरासत
कोटा श्रीनिवास राव को पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था, जो भारतीय कला और संस्कृति के क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान को दर्शाता है। उन्होंने जिस समर्पण और परिशुद्धता से किरदार निभाए, वह उन्हें भारतीय सिनेमा के इतिहास में अमर कर देता है।