Manoj Bajpayee-Anurag Kashyap: बॉलीवुड में कई ऐसी जोड़ियां हैं जो ऑन-स्क्रीन तो हिट रहीं, लेकिन उनके पीछे की ऑफ-स्क्रीन कहानी कहीं ज़्यादा दिलचस्प रही है। ऐसी ही एक जोड़ी है मनोज बाजपेयी और अनुराग कश्यप की। दोनों का रिश्ता जितना गहरा है, उतना ही उतार-चढ़ाव भरा भी रहा है। ‘सत्या’ से शुरू हुई ये जर्नी ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ तक आते-आते गुस्से, गलतफहमियों और फिर मेल-मिलाप से होकर गुजरी।
शुरुआत: ‘सत्या’, ‘शूल’ और दोस्ती की नींव- Manoj Bajpayee–Anurag Kashyap
मनोज और अनुराग की पहली मुलाकात 1998 की कल्ट फिल्म सत्या के सेट पर हुई थी। अनुराग उस फिल्म के लेखक थे और मनोज, ‘भीकू म्हात्रे’ जैसे यादगार किरदार को जीवंत कर रहे थे। इसके बाद दोनों ने ‘शूल’ और ‘कौन’ जैसी फिल्मों में साथ काम किया। उस समय दोनों ही इंडस्ट्री में अपनी जगह बना रहे थे और दोनों के अंदर एक बात कॉमन थी वो था गुस्सा।
हाल ही में बॉलीवुड हंगामा से बातचीत में मनोज ने कहा कि अनुराग के साथ उनका रिश्ता फिल्मों से नहीं, बल्कि उनके गुस्से से जुड़ा है। उन्होंने कहा,
“अनुराग अपने सिद्धांतों पर अडिग हैं। इसी वजह से उन्होंने बहुत दुश्मन बना लिए हैं। कभी गुस्से में शीशा तोड़ दिया, कभी अपना ही हाथ तोड़ लिया। बीमार भी पड़े, लेकिन पीछे नहीं हटे।”
मनोज भी हैं गुस्से वाले, लेकिन…
मनोज ने खुद को भी गुस्सैल बताया, लेकिन थोड़ा प्रैक्टिकल टाइप। उनका मानना है कि अनुराग का गुस्सा अक्सर सोशल मीडिया तक पहुंच जाता है।
“जिस दिन वो ट्रोल्स को जवाब देने लगते हैं, मैं समझ जाता हूं कि अनुराग आज बैलेंस में नहीं हैं,” मनोज ने हंसते हुए कहा।
लेकिन दोनों के बीच सिर्फ आपसी समझ ही नहीं, टकराव भी रहा है। दरअसल, एक बार ऐसी अनबन हुई कि दोनों ने एक-दूसरे से 11 साल तक बात नहीं की।
11 साल की दूरी और एक कॉल
द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में मनोज ने बताया कि उन्हें लगने लगा था कि अनुराग अब उनकी तरह की फिल्में नहीं बना रहे। इसी बीच किसी तीसरे ने अनुराग को मनोज के खिलाफ भड़काया। अनुराग दूसरों की बातों पर जल्दी भरोसा कर लेते हैं, और इसी गलतफहमी ने दोनों के बीच दरार डाल दी।
फिर आया साल जब अनुराग की देव D रिलीज़ हुई। मनोज को फिल्म इतनी पसंद आई कि उन्होंने खुद अनुराग को कॉल कर उनकी तारीफ की। बात तो हुई, लेकिन फिर भी दोनों के बीच कोई खास रिश्ता नहीं बना। दो साल तक फिर से कोई कॉन्टैक्ट नहीं रहा।
‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ बना टर्निंग पॉइंट
असली सुलह तब हुई जब अनुराग ने मनोज को गैंग्स ऑफ वासेपुर ऑफर की। मनोज स्क्रिप्ट सुनने आधी रात को अनुराग के ऑफिस पहुंचे। वहां उन्होंने पूरी कहानी सुनी, एक-दूसरे से गले मिले, और इस तरह दो दोस्तों की वापसी हुई।
फिल्म ने कमाल किया। मनोज का किरदार ‘सरदार खान’ आज भी उनके करियर का सबसे स्ट्रॉन्ग रोल माना जाता है। अनुराग के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने दोनों की दोस्ती को फिर से मजबूती दी और एक बार फिर दर्शकों को एक आइकॉनिक कोलैबोरेशन देखने को मिला।
अब क्या कर रहे हैं मनोज?
बता दें, मनोज बाजपेयी इन दिनों इंस्पेक्टर झेंडे नाम की फिल्म में नजर आ रहे हैं, जो 5 सितंबर को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है। ये फिल्म एक असली पुलिस ऑफिसर मधुकर झेंडे की कहानी पर आधारित है, जिन्होंने कुख्यात सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को पकड़ा था।
फिल्म का डायरेक्शन चिन्मय मांडलेकर ने किया है और इसमें मनोज के अलावा जिम सार्भ, सचिन खेड़ेकर, गिरिजा ओक, भालचंद्र कदम और वैभव मांगले जैसे मंझे हुए कलाकार नजर आए हैं।