Prakash Mehra Blockbuster Movies: बॉलीवुड के मशहूर फिल्ममेकर प्रकाश मेहरा का जीवन संघर्ष और हौसले की कहानी है। उनका जन्म 13 जुलाई 1939 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में हुआ। बचपन में ही उनकी मां का निधन हो गया और पिता वैराग्य अपनाकर हरिद्वार चले गए। ऐसे में छोटे प्रकाश का पालन-पोषण उनकी मौसी ने दिल्ली में किया।
प्रकाश मेहरा ने अपने इंटरव्यू में बताया कि दिल्ली में उनके मौसी का केमिकल का बड़ा कारोबार था। उनका बड़ा बेटा उन्हें अपने कारोबार में शामिल करना चाहता था, लेकिन मेहरा ने फिल्मों के प्रति अपनी लगन और सपना जताते हुए इस राह को चुना। 10वीं पास प्रकाश मेहरा ने सिर्फ 13 रुपये लेकर मुंबई की राह ली।
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मुंबई में संघर्ष और शुरुआती कदम- Prakash Mehra Blockbuster Movies
मुंबई में मामा के घर में रहने के दौरान जब पता चला कि वे घर से भागकर आए हैं, तो उन्हें घर से निकाल दिया गया। इसके बावजूद प्रकाश ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनका धुन और हौसला उन्हें फिल्म इंडस्ट्री की ओर ले गया।
शुरुआत में उन्होंने फिल्म डिवीजन ऑफ इंडिया में काम किया। वहां प्रोडक्शन मैनेजर मिस्टर विपिन मौर्या ने उन्हें एक रुपये रोजाना दिहाड़ी पर रखा। शुरुआती काम कैमरा उठाना, फोकसिंग करना और सेट पर छोटे-मोटे काम करना था। बाद में यह दिहाड़ी तीन रुपये हो गई। उन्होंने यहां अपने मकसद को स्पष्ट किया कि वह हीरो नहीं बनना चाहते, बल्कि फिल्म बनाने का अनुभव लेना चाहते हैं।
फिल्मों में कदम और शुरुआती सफलता
प्रकाश मेहरा ने अपने करियर की शुरुआत में कई संघर्ष किए। फोटोकॉपी मशीन नहीं होने की वजह से उन्हें स्क्रिप्ट की चार कॉपियां बनानी पड़ती थीं, लेकिन उन्होंने यह काम लेने से मना कर दिया। इसके बाद विपिन मौर्या ने उन्हें रवि देसाई के समधी धीरू भाई देसाई से मिलवाया। यहां उन्होंने ‘नागदेवता’ जैसी फिल्मों में काम किया और फिर एमडी शर्मा के मार्गदर्शन में बॉम्बे एयरपोर्ट जैसी जगहों पर काम करते हुए धीरे-धीरे फिल्म इंडस्ट्री की बारीकियों को समझा।
अमिताभ बच्चन से पहले, प्रकाश मेहरा ने चार हिट फिल्में बनाई – हसीना मान जाएगी, मेला, समाधि और हाथ की सफाई। इसके बाद उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी खोली और पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अमिताभ बच्चन और जंजीर का सफर
1973 में प्रकाश मेहरा ने अमिताभ बच्चन को फिल्म ‘जंजीर’ में लिया। उस समय अमिताभ लगातार 11 फ्लॉप फिल्में दे चुके थे। जंजीर ने अमिताभ को बॉलीवुड में ‘एंग्री यंग मैन’ के रूप में स्थापित किया और उनका करियर बदल दिया।
खबरों की मानें तो, जंजीर की कहानी को शुरू में धर्मेंद्र, देव आनंद और राजकुमार के पास ले जाया गया था, लेकिन किसी ने इसे स्वीकार नहीं किया। सलीम-जावेद के सुझाव पर अमिताभ को लिया गया। मुमताज ने फिल्म में काम नहीं किया और जया भादुरी को अमिताभ के कहने पर चुना गया।
प्रकाश मेहरा ने बताया कि धर्मेंद्र ने फीस लेने से मना कर दिया और इसके बदले प्रॉफिट को आधा-आधा तय किया गया। जंजीर फिल्म के निर्माण में कई बदलाव हुए, लेकिन अंततः यह फिल्म इतिहास रचने में सफल रही।
ब्लॉकबस्टर फिल्मों की श्रृंखला
प्रकाश मेहरा ने अमिताभ बच्चन के साथ मिलकर कई ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाई, जिन्होंने बॉलीवुड के इतिहास में खास जगह बनाई। इन फिल्मों में शामिल हैं:
- मुकद्दर का सिकंदर (1978)
- लावारिस (1981)
- नमक हलाल (1982)
- शराबी (1984)
इन फिल्मों के ज़रिए अमिताभ की पहचान और लोकप्रियता को नई ऊँचाई मिली। प्रकाश मेहरा ने इन फिल्मों को डायरेक्ट और प्रोड्यूस दोनों किया।
प्रकाश मेहरा की फिल्मी सोच और योगदान
प्रकाश मेहरा की कहानी यह दिखाती है कि संघर्ष और धैर्य से किसी भी मंज़िल को पाया जा सकता है। उन्होंने न केवल अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड सुपरस्टार बनाया, बल्कि अपने स्टाइल और निर्देशन से इंडस्ट्री में नई पहचान भी बनाई।
उनकी फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं करतीं, बल्कि दर्शकों में संवेदनाएँ और कहानी के प्रति आकर्षण भी जगाती हैं। ‘जंजीर’ ने अमिताभ की छवि बदल दी, जबकि ‘मुकद्दर का सिकंदर’, ‘नमक हलाल’ और ‘शराबी’ जैसी फिल्में आज भी याद की जाती हैं।



