10 Most Powerful Navies: वर्ल्ड डाइरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री वॉरशिप 2025 की ताजा रिपोर्ट ने दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं की सूची जारी की है। इस सूची में अमेरिका नौसैनिक ताकत और आधुनिक तकनीक के मामले में शीर्ष स्थान पर है, जबकि चीन की संख्या में सबसे बड़ी नौसेना है। भारत इस रैंकिंग में 7वें स्थान पर है। आइए विस्तार से जानते हैं इस सूची में शामिल देशों और उनकी नौसैनिक क्षमताओं के बारे में।
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अमेरिका: नौसैनिक शक्ति का समुंदरों का राजा- 10 Most Powerful Navies
अमेरिका की नौसेना को विश्व की सबसे आधुनिक और शक्तिशाली माना जाता है। इसके बेड़े में 11 परमाणु ऊर्जा संचालित एयरक्राफ्ट कैरियर हैं, जिनमें 10 निमिट्ज क्लास और 1 फोर्ड क्लास शामिल है। कुल मिलाकर अमेरिका के पास 232 युद्धपोत हैं, जिनमें 68 पनडुब्बियां, 76 डेस्ट्रॉयर और 34 एम्फीबियस जहाज शामिल हैं। हालांकि अमेरिका के पास फ्रिगेट जहाज नहीं हैं, लेकिन उसकी डेस्ट्रॉयर की तकनीक उसे मजबूती प्रदान करती है।
चीन: संख्या में सबसे बड़ा बेड़ा
चीन के पास कुल 405 सक्रिय युद्धपोत हैं, जो संख्या में सबसे अधिक हैं। इसमें 3 एयरक्राफ्ट कैरियर, 73 पनडुब्बियां (जिनमें से 18 परमाणु चालित हैं), 47 डेस्ट्रॉयर और 127 कोस्टल पेट्रोल जहाज शामिल हैं। यद्यपि तकनीक के मामले में चीन अभी भी सुधार कर रहा है, लेकिन उसकी तेजी से बढ़ती नौसैनिक ताकत किसी से छुपी नहीं है।
रूस: सबमरीन और तेज कोरवेट्स में माहिर
रूसी नौसेना में 283 जहाज हैं, जिनमें 83 कोरवेट्स, 58 पनडुब्बियां और 1 एयरक्राफ्ट कैरियर शामिल हैं। रूस की ताकत इसकी सबमरीन और उच्च गति वाले जहाजों में है। वह अपने समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देता है।
इंडोनेशिया: द्वीपसमूह की बड़ी ताकत
दुनिया के सबसे बड़े द्वीपसमूह वाले देश इंडोनेशिया के पास 245 युद्धपोत हैं। इनमें 168 कोस्टल पेट्रोल जहाज और 25 कोरवेट शामिल हैं। इसके अलावा उसके पास 4 पनडुब्बियां भी हैं जो उसकी समुद्री सीमाओं की रक्षा करती हैं।
दक्षिण कोरिया: आधुनिक तकनीक का सहारा
दक्षिण कोरियाई नौसेना में 147 जहाज हैं, जिनमें 21 पनडुब्बियां और 13 डेस्ट्रॉयर शामिल हैं। देश अमेरिकी तकनीक पर काफी हद तक निर्भर है और सहयोग से अपनी नौसैनिक क्षमता को बढ़ा रहा है।
जापान: तकनीकी रूप से उन्नत नौसेना
जापान की मरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स में कई अत्याधुनिक डेस्ट्रॉयर और पनडुब्बियां शामिल हैं। इसके बेड़े का प्रमुख जहाज हेलिकॉप्टर कैरियर ‘इज़ुमो’ है। जापान को एशिया की सबसे संगठित और तकनीकी रूप से सक्षम नौसेनाओं में से एक माना जाता है।
भारत: स्वदेशी और आधुनिक तकनीक का संयोजन
भारत की नौसेना इस सूची में सातवें स्थान पर है। भारतीय नौसेना के पास दो विमानवाहक युद्धपोत हैं—आईएनएस विक्रमादित्य, जो सोवियत काल से विरासत में मिला, और आईएनएस विक्रांत, जो पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से निर्मित है। इसके अलावा भारतीय बेड़े में 13 विध्वंसक, 14 फ्रिगेट, 18 कोरवेट, 29 ओशियन पेट्रोल जहाज (ओपीवी), 5 युद्धपोत और 19 पनडुब्बियां शामिल हैं, जिनमें से दो परमाणु ऊर्जा संचालित हैं। कुल मिलाकर भारत के पास लगभग 100 सक्रिय युद्धपोतों का एक मजबूत बेड़ा है।
फ्रांस: परमाणु युद्धपोतों की ताकत
फ्रांसीसी नौसेना के पास परमाणु चालित विमानवाहक युद्धपोत ‘शार्ल द गॉल’ है, जिसमें राफाल लड़ाकू विमानों को तैनात किया जाता है। फ्रांस के बेड़े में 8 पनडुब्बियां, 21 विध्वंसक, 17 माइन वारफेयर पोत, 3 उभयचर जहाज और 20 ओपीवी हैं, जो कुल 70 युद्धपोत बनते हैं।
ब्रिटिश रॉयल नेवी: समृद्ध विरासत के साथ आधुनिक बेड़ा
ब्रिटेन की नौसेना दुनिया की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित नौसेनाओं में से एक है। इसके पास दो आधुनिक एयरक्राफ्ट कैरियर—‘एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ’ और ‘एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स’—हैं, जो F-35 फाइटर जेट उड़ाने में सक्षम हैं। साथ ही 9 पनडुब्बियां, 6 विध्वंसक, 8 फ्रिगेट और 7 माइन वारफेयर पोत हैं। कुल मिलाकर ब्रिटिश नौसेना के पास 50 सक्रिय युद्धपोत हैं।
तुर्किए: तेजी से बढ़ती नौसैनिक ताकत
तुर्किए ने अप्रैल 2023 में अपना पहला हेलिकॉप्टरवाहक युद्धपोत शामिल किया। इस देश के पास 13 पनडुब्बियां, 17 फ्रिगेट, 9 कोरवेट, 11 माइन वारफेयर पोत, 34 ओपीवी और 5 उभयचर जहाज हैं। तुर्किए अपनी नौसेना की क्षमता को स्थानीय उत्पादन और उन्नत तकनीक से मजबूत कर रहा है।