Ahmedabad demolition drive: अहमदाबाद में झीलों से अवैध कब्जा हटाने की मुहिम लगातार तेज होती जा रही है। चंदोला झील पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के बाद अब प्रशासन ने इसनपुर झील की ओर रुख किया है, जहाँ दशकों से बने अवैध रिहायशी घरों को हटाने का काम सोमवार सुबह शुरू कर दिया गया। झील क्षेत्र में लंबे समय से बने 900 से अधिक मकानों को गिराने के लिए 15 से ज्यादा जेसीबी और भारी मशीनरी तैनात की गई है।
918 अवैध मकानों पर चला बुलडोज़र (Ahmedabad demolition drive)
अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (AMC) के डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर रितेश रावल ने बताया कि इसनपुर झील क्षेत्र में कुल 925 अवैध रिहायशी घर और कुछ व्यावसायिक ढांचों को चार चरणों में हटाया जा रहा है। शुरुआत में 167 कमर्शियल स्ट्रक्चर तोड़े गए थे। मानसून से पहले रिहायशी मकानों को नोटिस दे दिए गए थे, लेकिन दिवाली के कारण कार्रवाई आगे बढ़ा दी गई थी।
रावल ने बताया कि स्थानीय निवासियों ने तोड़-फोड़ रोकने के लिए चार दिन की मोहलत मांगी थी, जिसके बाद तय समय से कुछ देर बाद कार्रवाई शुरू की गई। अभियान में 550 पुलिसकर्मी और 500 AMC कर्मचारी लगाए गए हैं, ताकि किसी भी तनावपूर्ण स्थिति को रोका जा सके।
50 साल पुराने कब्जे को किया जा रहा खाली
जानकारी के मुताबिक इसनपुर झील पर अवैध निर्माण पिछले 50 वर्षों से अधिक समय से था। कई परिवार पीढ़ियों से इन पक्के घरों में रह रहे थे। बाद में हाई कोर्ट में भी 10 लोगों ने याचिका दायर की थी, जिसके बाद कोर्ट ने दोनों पक्षों को बातचीत करने का मौका दिया था। कानूनी प्रक्रियाएँ पूरी होने के बाद AMC ने झील को खाली कराने का फैसला अंतिम रूप से ले लिया।
इसनपुर झील अहमदाबाद की तीसरी सबसे बड़ी झील मानी जाती है, जो करीब 55,000 स्क्वायर मीटर क्षेत्र में फैली है। लगातार बढ़ते अवैध कब्जों के कारण यह जलाशय सिकुड़ता जा रहा था, जिससे जलभराव, बाढ़ और पर्यावरणीय असंतुलन जैसी समस्याएँ बढ़ रही थीं।
कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है कार्रवाई
अधिकारियों को आशंका थी कि इतने बड़े पैमाने पर घर गिराने से विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं। इसी वजह से इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। पूरे क्षेत्र में एंबुलेंस, दमकल और रेस्क्यू टीमों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार, आठ हिताची मशीनें और आठ जेसीबी लगातार काम कर रही हैं। AMC अधिकारी खुद मौके पर मौजूद रहकर हर चरण की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
झीलों को पुनर्जीवित करने की बड़ी पहल
अहमदाबाद नगर निगम पिछले कुछ वर्षों से शहर की झीलों और जल निकायों को पुनर्जीवित करने की मुहिम चला रहा है। इससे पहले मई 2024 में बापूनगर इलाके में भी 400 से ज्यादा अवैध निर्माण हटाए गए थे।
AMC का कहना है कि अवैध कब्जों के कारण शहर की कई झीलें अपनी क्षमता खो चुकी हैं। परिणामस्वरूप बारिश के मौसम में पानी निकालने में दिक्कत बढ़ जाती है और पर्यावरणीय संतुलन पर सीधा असर पड़ता है।
जल संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम
इस बड़े पैमाने के अभियान से उम्मीद है कि इसनपुर झील को उसके मूल स्वरूप में लौटाया जा सकेगा और क्षेत्र में जल संरक्षण की स्थिति मजबूत होगी। इसके साथ ही चंदोला, कांकरिया और इसनपुर जैसी अहम झीलों को संरक्षित करने की दिशा में प्रशासन का यह प्रयास अहम माना जा रहा है।
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