Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार दोपहर 1:39 बजे एक दिल दहला देने वाला विमान हादसा हुआ, जिसमें एअर इंडिया का विमान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस भयावह घटना में 265 लोगों की मौत हो गई, जिनमें कई मेडिकल छात्र भी शामिल थे। विमान में कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें से केवल एक व्यक्ति के जीवित बचने की खबर आई है।
विमान ने अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और उसके बाद वह कुछ ही मिनटों में नियंत्रण खो बैठा। विमान ने उड़ान भरते ही अहमदाबाद के मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग से टकरा गया और फिर पास स्थित अतुल्यम हॉस्टल से भी जा टकराया। टक्कर इतनी तेज थी कि विमान पूरी तरह से आग के गोले में तब्दील हो गया, और घटनास्थल पर धुआं, मलबा और चीख-पुकार का मंजर फैल गया।
पायल खटीक की दर्दनाक कहानी- Ahmedabad Plane Crash
इस दुर्घटना में जिन यात्रियों की जान गई, उनमें एक नाम पायल खटीक का भी है, जिसकी कहानी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। पायल खटीक अपनी पहली हवाई यात्रा पर थी। वह मूल रूप से राजस्थान की रहने वाली थीं, लेकिन उनका परिवार पिछले कई वर्षों से गुजरात के हिम्मतनगर में रह रहा था। पायल एक निजी कंपनी में काम करती थीं और उन्हें अपनी कंपनी की ओर से लंदन भेजा जा रहा था।
पायल के पिता, सुरेशभाई खटीक, जो हिम्मतनगर में लोडिंग रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, ने बेहद कठिन परिस्थितियों में अपनी बेटी को पढ़ाया और उसे एक अच्छी नौकरी तक पहुंचाया। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनकी मेहनत और संघर्षों के बाद जो बेटी अपना सपना पूरा करने जा रही थी, वह इस तरह अचानक उनसे हमेशा के लिए दूर चली जाएगी।
जब पायल की मौत की खबर खटीक परिवार तक पहुंची, तो घर में कोहराम मच गया। पायल की मां बेसुध हो गईं और पिता सुरेशभाई फूट-फूटकर रोने लगे। पायल ने अपनी यात्रा से पहले अपने पिता से कहा था कि “पापा, चिंता मत करना, मैं बहुत संभलकर जाऊंगी। पहली बार फ्लाइट में बैठ रही हूं, लेकिन सब ठीक रहेगा।” लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। पायल की मौत की खबर ने उनके परिवार को तोड़कर रख दिया।
पायल खटीक की कहानी उन हजारों सपनों की प्रतीक बन गई है, जो एक झटके में मलबे के नीचे दब गए। एक पिता ने अपनी बेटी को उड़ान भरने के लिए पंख दिए थे, लेकिन वह इस दर्दनाक हादसे के बाद अपने सपनों को टूटते देखता है।
राहत और बचाव कार्य
विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया। दमकल विभाग और NDRF की टीमें मौके पर पहुंची और आग बुझाने का प्रयास किया। दुर्घटना के बाद से, घटनास्थल पर मलबे के ढेर के बीच राहत कार्य जारी था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचने और घटनास्थल का दौरा करने का ऐलान किया। उन्होंने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं, ताकि इस भयावह हादसे के कारणों का पता चल सके और भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है, वहीं केंद्र सरकार ने पीड़ितों की मदद के लिए एक आपदा राहत फंड की घोषणा की है।
यह घटना न केवल उन 265 परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति लेकर आई है, बल्कि पूरे देश को भी झकझोर कर रख दिया है।