Air India Plane Crash Report: अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे को भले ही एक महीना बीत चुका हो, लेकिन इस त्रासदी की असली वजह अब तक सामने नहीं आ सकी है। सरकारी जांच एजेंसी एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की ओर से जारी की गई 15 पन्नों की शुरुआती रिपोर्ट न सिर्फ अधूरी मानी जा रही है, बल्कि उसमें कई ऐसे महत्वपूर्ण सवालों के जवाब भी नहीं दिए गए हैं, जो इस दुर्घटना की तह तक जाने के लिए आवश्यक हैं।
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कॉकपिट में क्या हुआ, ये अब भी साफ नहीं: संजीव कपूर- Air India Plane Crash Report
भारतीय वायुसेना के पूर्व अधिकारी और एविएशन विशेषज्ञ संजीव कपूर ने AAIB की इस रिपोर्ट को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि रिपोर्ट में कॉकपिट में वास्तव में क्या हुआ, इसका कोई स्पष्ट विवरण नहीं है। इंडिया टुडे से बात करते हुए उन्होंने कहा, “कोई भी अनुभवी पायलट इतनी आसानी से ‘Mayday’ कॉल नहीं देता, इसका मतलब होता है कि स्थिति बेहद गंभीर हो गई है।”
कपूर ने सवाल उठाया कि रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि दोनों इंजन एकसाथ कैसे बंद हो गए। हालांकि इसमें ये जरूर कहा गया कि पायलट ने टेक-ऑफ के महज 26 सेकंड बाद तीन बार ‘MAYDAY’ कॉल दिया। लेकिन असल में इंजन फेल क्यों हुए—इसका कोई ठोस कारण नहीं बताया गया।
‘फ्यूल सप्लाई क्यों बंद की?’—कॉकपिट में सवाल, पर जवाब अधूरा
रिपोर्ट के अनुसार, फ्लाइट टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद कॉकपिट में एक पायलट दूसरे से पूछता है, “फ्यूल सप्लाई क्यों बंद की?” दूसरा जवाब देता है, “मैंने बंद नहीं की।” यही वह संवाद है जिसने पूरे हादसे को रहस्य में बदल दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच एक ही सेकंड में ‘रन’ से ‘कटऑफ’ मोड में चले गए, जिससे फौरन इंजन बंद हो गए।
संजीव कपूर के अनुसार, यह बात तर्कसंगत नहीं लगती कि कोई प्रशिक्षित पायलट टेक-ऑफ के ठीक बाद खुद ही फ्यूल कटऑफ कर दे। उन्होंने इस थ्योरी को “पूरी तरह से बेतुका” करार दिया और पूछा कि अगर यह मैन्युअल गलती नहीं थी, तो क्या कोई ऑटोमेशन फेलियर इसके पीछे जिम्मेदार हो सकता है?
RAT सिस्टम सक्रिय, लेकिन सिर्फ एक इंजन चालू हुआ
AAIB की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जैसे ही दोनों इंजन बंद हुए, Ram Air Turbine (RAT) सिस्टम अपने आप एक्टिव हो गया, जिससे विमान को कुछ हाइड्रोलिक पावर मिली। क्रू ने दोनों इंजन दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन सिर्फ एक ही इंजन चालू हो सका। विमान तेजी से ऊंचाई और रफ्तार खोता गया और अंततः एक हॉस्टल की इमारत से टकरा गया। उस वक्त हॉस्टल में छात्र मौजूद थे, हालांकि किसी छात्र को गंभीर चोट नहीं आई।
जांच में अभी कई पहलू बाकी
AAIB ने स्पष्ट किया है कि पायलट की मानसिक स्थिति, फ्यूल सिस्टम और ऑटोमैशन फेलियर की जांच अभी जारी है। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि शुरुआती रिपोर्ट में इन पहलुओं को गहराई से नहीं समझाया गया है। कपूर ने यह भी पूछा कि जब कॉकपिट डेटा तीन हफ्ते पहले ही मिल गया था, तो रिपोर्ट तैयार करने में 20 दिन क्यों लगे?