Ajit Pawar Viral Audio: महाराष्ट्र की सियासत इन दिनों एक वायरल वीडियो और उससे जुड़ी बहस को लेकर गरमा गई है। राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार और एक तेजतर्रार महिला आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा के बीच फोन और वीडियो कॉल पर हुई तीखी नोकझोंक ने न सिर्फ प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों के बीच जबरदस्त चर्चा का विषय बन गई है।
दरअसल मामला सोलापुर जिले के करमाला तहसील के कुरडू गांव का है। यहां सड़क निर्माण के लिए अवैध मुरुम (बजरी) उत्खनन की शिकायत मिली थी, जिसके बाद करमाला की डीएसपी अंजना कृष्णा मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंचीं। कार्रवाई के दौरान स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस के बीच बहस हुई, माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया।
इसी बीच एनसीपी के एक स्थानीय कार्यकर्ता बाबा जगताप ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को कॉल किया और फोन सीधे डीएसपी अंजना कृष्णा को थमा दिया। बात करते हुए अंजना कृष्णा ने शुरुआत में अजित पवार की आवाज नहीं पहचानी और उनसे कहा कि वो अपने नंबर से कॉल करें। इसी बात पर अजित पवार का पारा चढ़ गया और उन्होंने सख्त लहजे में कहा, “मैं डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर बोल रहा हूँ, एक्शन रोको, तुम पर एक्शन लूं क्या?, इतनी डेरिंग है तुम में?”
“How Dare You?” Maha Deputy CM Ajit Pawar’s heard scolding woman IPS officer, Anjana Krishna, who was taking action against the illegal excavation of soil in Solapur https://t.co/TPQLtkEb1g
— Shiv Aroor (@ShivAroor) September 5, 2025
इसके बाद अजित पवार ने वीडियो कॉल किया और डीएसपी से कहा कि वे कार्रवाई फिलहाल रोक दें, क्योंकि राज्य में मराठा आंदोलन चल रहा है और माहौल संवेदनशील है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में तहसीलदार से बात की जाए।
अधिकारी की सख्ती या राजनीतिक दबाव? Ajit Pawar Viral Audio
इस पूरे मामले को लेकर दो पक्ष सामने आए हैं। एक तरफ अजित पवार की भाषा और उनके तेवर को लेकर सवाल उठ रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के प्रवक्ता आनंद परांजपे ने सफाई देते हुए कहा कि अजित पवार सिर्फ किसानों की बात सुनने की अपील कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त गांव में भारी संख्या में किसान इकट्ठा थे और तहसीलदार की कार्रवाई से नाराज़ थे।
प्रवक्ता ने यह भी कहा कि अगर कोई अधिकारी ये नहीं पहचान पा रहा कि राज्य का डिप्टी सीएम कौन है, तो यह भी चिंता का विषय है। उन्होंने दावा किया कि अजित पवार ने सिर्फ कार्रवाई रोकने की बात की थी, किसी को डांटने या डराने का इरादा नहीं था।
वीडियो वायरल, बहस तेज
आपको बता दें, 31 अगस्त को हुई इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें साफ देखा जा सकता है कि अजित पवार और डीएसपी अंजना कृष्णा के बीच फोन पर गर्मागर्म बहस हो रही है। वीडियो में अजित पवार काफी गुस्से में दिखते हैं और बार-बार अफसर से कार्रवाई रोकने की बात कहते हैं।
वहीं दूसरी ओर अंजना कृष्णा भी डटी रहीं और उन्होंने अपनी ड्यूटी को प्राथमिकता दी। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार उत्खनन ग्राम पंचायत की अनुमति से हो रहा था, लेकिन जब डीएसपी ने दस्तावेज मांगे तो कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया गया। ऐसे में उन्होंने कार्रवाई शुरू कर दी।
कौन हैं आईपीएस अंजना कृष्णा?
आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा वीएस, जिनके साथ यह पूरा मामला जुड़ा है, मूल रूप से केरल की रहने वाली हैं। उन्होंने UPSC 2022-23 में ऑल इंडिया रैंक 355 हासिल कर आईपीएस सेवा जॉइन की थी। फिलहाल उनकी तैनाती सोलापुर जिले के करमाला में बतौर डीएसपी है। ईमानदार और सख्त छवि के कारण वो स्थानीय पुलिस महकमे में काफी चर्चा में रहती हैं।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा तिरुवनंतपुरम के सेंट मैरीज सेंट्रल स्कूल में हुई और बाद में एनएसएस कॉलेज से गणित में ग्रेजुएशन किया। उनके पिता कपड़े का व्यवसाय करते हैं और मां कोर्ट में टाइपिस्ट हैं।
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