Arjun-Bhishma India Tank: कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। पाकिस्तान को अपनी इस कायराना हरकत का जवाब देते हुए भारत ने उसे सख्त चेतावनी दी। इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने बीती रात भारत के कई प्रमुख शहरों पर हवाई हमले किए, लेकिन भारत के एयर डिफेंस सिस्टम S-400 (सुदर्शन) ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। भारत ने पाकिस्तान के इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया और इस संघर्ष को नौसेना तक पहुंचाया। अब जमीनी लड़ाई की बारी है, जिसमें भारत की ताकत और रणनीति पाकिस्तान के लिए मुश्किलें बढ़ा रही हैं।
भारत की जमीनी ताकत: युद्ध टैंकों का बड़ा योगदान- Arjun-Bhishma India Tank
जमीनी युद्ध में टैंकों की अहम भूमिका होती है। भारत के पास ऐसे युद्धवीर टैंक हैं जो पाकिस्तान की सेना को बुरी तरह से तबाह कर सकते हैं। भारत के पास अर्जुन-भीष्म, अजेय जैसे अत्याधुनिक टैंक हैं जो युद्ध के मैदान में न केवल भारी विध्वंस करेंगे बल्कि अपनी रफ्तार और ताकत से पाकिस्तान के खिलाफ भारी बढ़त प्राप्त करेंगे। यहां पर इन टैंकों की क्षमताओं पर एक नजर डालते हैं:
अर्जुन टैंक
अर्जुन टैंक भारतीय सेना का एक अत्याधुनिक टैंक है, जिसमें 4 जवान एक साथ बैठ सकते हैं। यह टैंक एक मिनट में 6 से 8 राउंड फायर करने में सक्षम है। इसकी स्पीड 70 किमी/घंटा है और ऑपरेशनल रेंज 450 किमी तक है। यह टैंक युद्ध में अपनी गति और ताकत से पाकिस्तान के खेमे में खलबली मचा सकता है।
भीष्म टैंक
रूस में निर्मित, भीष्म टैंक भारतीय सेना की एक और ताकत है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 550 किमी है और इसमें 43 गोले स्टोर करने की क्षमता है। यह टैंक 125 मिमी स्मूथबोर गन से लैस है और 60 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ सकता है। पाकिस्तान के खिलाफ यह टैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अजेय टैंक
अजेय टैंक, जो कि T-72 का भारतीय संस्करण है, एक शक्तिशाली टैंक है। 780 हार्सपावर इंजन से लैस यह टैंक 60 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ सकता है और इसकी ऑपरेशनल रेंज 460 किमी है। यह टैंक भी पाकिस्तान के खिलाफ एक अहम हथियार साबित हो सकता है।
के-9 वज्र
के-9 वज्र एक सेल्फ-प्रोपेल्ड हॉवित्जर टैंक है, जिसमें 1000 हार्सपावर इंजन है। इसकी स्पीड 67 किमी/घंटा है और ऑपरेशनल रेंज 360 किमी है। भारतीय सेना में इसके 100 से ज्यादा यूनिट तैनात हैं, जो युद्ध की स्थिति में भारतीय सेना को मजबूत करते हैं।
विजयंत टैंक
विजयंत एक स्वदेशी टैंक है, जिसने 1965 और 1971 के युद्धों में पाकिस्तानी सेना को धूल चटाई थी। यह टैंक 530 किमी की ऑपरेशनल रेंज और 50 किमी/घंटा की रफ्तार से हमला करता है।
सारथ टैंक
सारथ टैंक में 30 मिमी की ऑटोमेटिक कैनन, 7.62 मिमी पीकेटी मशीन गन और कोंकुर जैसी एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलें (ATGM) लगी हुई हैं। यह टैंक किसी भी इलाके में प्रवेश करके दुश्मनों को मात देने में सक्षम है।
धनुष (Bofors तोप का भारतीय संस्करण)
धनुष एक स्वदेशी 155 मिमी/45 कैलिबर टोड हॉवित्जर है, जो 38 किमी की रेंज तक गोले दाग सकता है। बर्स्ट मोड में यह 15 सेकेंड में तीन राउंड दाग सकता है, जो युद्ध में भारतीय सेना की ताकत को और बढ़ाता है।
एम 777
एम 777 एक हल्की और शक्तिशाली हॉवित्जर है, जो एक मिनट में 7 गोले दाग सकता है। इसकी रेंज 24 से 40 किमी तक है और इसे उंचाई वाले इलाकों में चिनूक हेलीकॉप्टरों द्वारा आसानी से तैनात किया जा सकता है।
भारत की संकल्प शक्ति और रणनीति
भारतीय सेना के पास इन अत्याधुनिक टैंकों और तोपों की ताकत है, जो युद्ध के मैदान में पाकिस्तान को मजबूर कर सकते हैं। भारत ने पहले ही यह साबित कर दिया है कि वह किसी भी स्थिति में देश की रक्षा के लिए तत्पर है। पाकिस्तान की कायराना हरकतों के खिलाफ भारत ने ठोस और प्रभावी कदम उठाए हैं और आगे भी यही संकल्प जारी रखेगा।