Lieutenant General Katiyar: भारतीय सेना के पश्चिमी कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कातियार ने देश की सीमाओं को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि चाहे चीन हो या पाकिस्तान, भारत को हर समय पूरी तरह तैयार रहना होगा। उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ में मीडिया से बातचीत में उन्होंने यह स्पष्ट किया कि देश की सुरक्षा पर कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हर खतरे का सामना करने के लिए सेना हमेशा अलर्ट रहेगी।
ऑपरेशनल तैयारियों में कोई समझौता नहीं- Lieutenant General Katiyar
जनरल कातियार ने कहा कि सेना की तैयारियों में किसी भी तरह की कमी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा, “सबसे पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी ऑपरेशनल तैयारियों से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। चाहे वह उत्तरी सीमाएं हों या पश्चिमी, खतरा हर समय मौजूद रहता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि बदलते सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए सेना को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना जरूरी है।
भारतीय सेना की ताकत: क्षमता और मूल्यों का संतुलन
लेफ्टिनेंट जनरल कातियार ने कहा कि भारतीय सेना लगातार अपनी सैन्य क्षमता को मजबूत कर रही है, लेकिन साथ ही उन मूल्यों और पहचान को बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जो सेना की विशेषता हैं। उन्होंने कहा, “हमारी ऑपरेशनल तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही, हमें सेना के निष्पक्ष और धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को हमेशा बनाए रखना होगा। भारतीय सेना हमेशा राष्ट्रहित में काम करती रही है और आगे भी ऐसा ही करती रहेगी।”
पाकिस्तान से तनाव और ऑपरेशन सिंदूर
हाल ही में पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव का जिक्र करते हुए जनरल कातियार ने कहा कि जब भी दुश्मन ने भारत के खिलाफ नापाक हरकत की, भारतीय सेना ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने कहा, “दोनों मोर्चों पर खतरे हैं। हाल ही में जब पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधि को अंजाम देने की कोशिश की, हमने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन्हें करारा जवाब दिया।”
इस बयान से यह साफ होता है कि भारत की सेना सीमा पर हर तरह की चुनौती का सामना करने के लिए सतर्क और सक्षम है।
चीन सीमा पर सतर्कता जरूरी
जनरल कातियार ने चीन सीमा को लेकर भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “पश्चिमी सीमा पर सतर्क रहना जरूरी है, लेकिन उत्तरी सीमा पर चीन से जुड़े खतरे को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। दोनों ही मोर्चों पर चौबीसों घंटे तैयारी बनाए रखना अनिवार्य है।”
उनका यह बयान ऐसे समय में अहम माना जा रहा है, जब क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा हालात तेजी से बदल रहे हैं।
देश की सुरक्षा सर्वोपरि
जनरल कातियार का संदेश स्पष्ट है देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है, और इसके लिए हर स्तर पर सतर्कता, अनुशासन और पेशेवर प्रतिबद्धता जरूरी है। उनका यह बयान भारतीय सेना की तत्परता और सीमाओं की सुरक्षा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।









