Balasore Student Death: ओडिशा के बालेश्वर जिले में एफएम कॉलेज की छात्रा सौम्यश्री बीसी की मौत के बाद, न्याय की मांग को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) द्वारा बुधवार को राजधानी भुवनेश्वर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया। यह प्रदर्शन विशेष रूप से लोक सेवा भवन (ओडिशा विधानसभा) के घेराव के रूप में था, और बालेश्वर में 8 घंटे का बंद भी बुलाया गया। छात्रा की मौत ने पूरे राज्य में उबाल ला दिया है, और इस मामले में सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
प्रदर्शन का उग्र रूप- Balasore Student Death
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बैरिकेड्स तोड़कर लोक सेवा भवन की तरफ बढ़ने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान कई बीजद कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग के बावजूद, प्रदर्शनकारियों का जोश कम नहीं हुआ और वे लगातार मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग करते रहे।
बीजद के नेताओं ने यह आरोप लगाया कि सौम्यश्री ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसे मानसिक उत्पीड़न का शिकार होने के बाद जानबूझकर मारा गया। उन्होंने कहा कि सौम्यश्री ने अपनी मौत से पहले एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने अपनी परेशानियों का जिक्र किया था, लेकिन किसी ने भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं की। बीजद का कहना है कि इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। पार्टी ने 2 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की मांग की है।
विरोध प्रदर्शन और सुरक्षा के कड़े इंतजाम
भुवनेश्वर में बीजद का प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा था, जिसे देखते हुए लोक सेवा भवन के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। प्रदर्शनकारियों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया और पुलिस आयुक्त एस. देवदत्त सिंह खुद सुरक्षा की निगरानी कर रहे थे। लोक सेवा भवन के सामने भारी पुलिस बल तैनात था, और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर स्थिति को नियंत्रण में किया।
कड़े आरोप और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग
बीजद ने यह भी आरोप लगाया कि सौम्यश्री की मौत एक प्रकार का संस्थागत विश्वासघात है और एक पूर्वनियोजित अन्याय है। पार्टी के सुप्रीमो नवीन पटनायक ने सौम्यश्री की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया और इसे राज्य सरकार की नाकामी का परिणाम बताया। बीजद ने कहा कि यह घटना न केवल एक छात्रा की हत्या का मामला है, बल्कि पूरे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाती है।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि ओडिशा राज्य में महिलाएं अब सुरक्षित नहीं हैं और इसे भारत के इतिहास का एक काला दिन मानते हुए उन्होंने कड़े शब्दों में सरकार की निंदा की।
राज्यव्यापी विरोध की चेतावनी
बीजद के प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे पूरे राज्य में और भी बड़े विरोध प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और कहा कि इस मामले की जांच ठीक से होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके।
और पढ़ें: ‘माथा फोड़ देंगे!’ थानेदार की कुर्सी पर बैठकर रौब झाड़ते BJP MLA Balmukund Acharya का Video हुआ वायरल