Bihar Bandh News: आज, बुधवार को केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने देशभर में हड़ताल की घोषणा की है, जबकि बिहार में इंडिया गठबंधन के द्वारा व्यापक चक्का जाम का आयोजन किया गया है। बिहार में विपक्षी दल एकजुट होकर मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के खिलाफ बंद को सफल बनाने की कोशिश में जुटे हैं। यह विरोध इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हो रहा है, जब चुनाव आयोग ने मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के लिए अभियान चलाया है। विपक्ष का आरोप है कि इस अभियान के तहत निर्वाचन आयोग ने जिन 11 दस्तावेजों की मांग की है, वे दस्तावेज राज्य के गरीब वर्ग के लोगों के पास उपलब्ध नहीं हैं, जिसके कारण लाखों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जा सकते हैं।
इस विरोध के बीच, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी इस आंदोलन का हिस्सा बने। खास बात यह है कि दोनों नेता पहली बार एक साथ सड़क पर उतरे हैं, जो एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत है। राहुल गांधी पटना पहुंचे और उन्होंने विपक्षी दलों के साथ मिलकर मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया के खिलाफ प्रदर्शन में भाग लिया। तेजस्वी यादव ने जोर देकर कहा कि चुनाव आयोग की कार्रवाई गरीबों के अधिकारों का उल्लंघन करती है और उन्होंने इसे ‘बेईमानी का फरमान‘ बताया।
महागठबंधन का आंदोलन और नेताओं का संबोधन- Bihar Bandh News
बिहार बंद के दौरान महागठबंधन के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी दिखाई। वे ट्रक के ऊपर से भाषण दे रहे थे, और तेजस्वी यादव ने कहा कि “अब सुनारों में क्रांति नहीं होगी, नतीजे में क्रांति होगी।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब एनडीए की दादागिरी नहीं चलने दी जाएगी। राहुल गांधी का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि वह पटना आकर इस संघर्ष में हमारे साथ खड़े हैं। वहीं, दीपांकर भट्टाचार्य ने चुनाव आयोग की कार्रवाई को बेईमानी का नाम दिया।
क्या यही चक्का जाम है?@RahulGandhi जी, @yadavtejashwi जी,
ज़रा गौर से देखिए… बस का चक्का घूम रहा है या नहीं?
आंदोलन के नाम पर भी फर्जीवाड़ा?
जनता अब सब देख रही है — आंदोलन नहीं नौटंकी है।@Jduonline @BJP4Bihar @RJDforIndia @INCIndia pic.twitter.com/e6oNNJKzU3— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) July 9, 2025
राहुल गांधी का शहीद स्मारक पहुंचना और पुलिस-प्रदर्शनकारियों के बीच तनाव
राहुल गांधी का काफिला शहीद स्मारक पहुंचा, जहां पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच खींचतान हुई। इसके बावजूद, राहुल गांधी और अन्य नेता इस विरोध को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध नजर आए।
नीरज कुमार का हमला और तेजस्वी का जवाब
इस बीच, जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए पूछा, “क्या यही चक्का जाम है?” उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन के नाम पर यह सिर्फ एक नौटंकी बनकर रह गया है। इस पर तेजस्वी यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि चुनाव आयोग के जवाब नहीं देने से उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग गरीबों को मतदाता सूची से बाहर करने की साजिश कर रहा है और इसके खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।
सड़क पर विरोध और जाम
बिहार बंद के दौरान, आरजेडी और माले कार्यकर्ताओं ने सड़कें और प्रमुख नेशनल हाईवे जाम कर दिए। गोपालगंज में कार्यकर्ताओं ने एनएच-27 को जाम कर दिया, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। हालांकि, एंबुलेंस को जाम से बाहर निकाला गया, लेकिन दूध और कच्चे माल से भरी गाड़ियां फंस गईं। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच खींचतान चलती रही।
पप्पू यादव का प्रदर्शन और ट्रेन जाम
कटिहार में पप्पू यादव के समर्थकों ने प्रदर्शन करते हुए एनएच-31 और एसएच-77 को जाम कर दिया। इसके साथ ही, पटना में पप्पू यादव के समर्थकों ने रेल चक्का जाम कर दिया और विरोध जताया। दरभंगा में भी विपक्षी कार्यकर्ताओं ने बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की मौजूदगी में सभी प्रदर्शनकारी स्टेशन से हटा दिए गए। इस दौरान ट्रेन सेवाएं कुछ समय के लिए प्रभावित हुईं, लेकिन बाद में ट्रेन को सही समय पर रवाना कर दिया गया।
विरोध का असर और आगे की स्थिति
बिहार बंद के प्रभाव को देखते हुए कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। आरा और वैशाली में भी प्रदर्शनकारियों ने सड़कें जाम कर दी हैं, जबकि दरभंगा में एनएच-27 पर आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। ऐसे में यह विरोध प्रदर्शन आगामी दिनों में और अधिक तीव्र हो सकता है, क्योंकि चुनाव आयोग और विपक्षी दलों के बीच यह विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।