CCS University Controversy: सोमवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (सीसीएसयू) में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब मेरठ कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक पर दिनदहाड़े हमला किया गया। यह हमला यूनिवर्सिटी के कैंपस में हुआ, जब शुभम मलिक गंभीर रूप से घायल हो गए। हमलावरों ने लोहे की रॉड से उनके सिर पर वार किया, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो गई। इस घटना के समय विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मी भी मौजूद थे, लेकिन वे हमलावरों को रोकने में नाकाम रहे।
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हमले के बाद शुभम मलिक की गंभीर हालत और आरोप- CCS University Controversy
हमले के बाद शुभम मलिक को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं, और यह हमले की गंभीरता को दर्शाता है। हमले के बाद शुभम मलिक के समर्थकों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अगर सुरक्षा कर्मी समय रहते हस्तक्षेप करते तो यह घटना टाली जा सकती थी। छात्र नेताओं ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से नाकाफी है, जिससे इस प्रकार की घटनाएँ घटित हो रही हैं।
मेरा नाम है सिद्धार्थ कसाना, हवा भी मुड़कर चले है…
यूपी : CCS यूनिवर्सिटी कैंपस में मेरठ कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष शुभम मलिक को पुलिस की मौजूदगी में बेरहमी से पीटा, लोहे की रॉड से सिर फोड़ा। सिद्धार्थ कसाना, सुच्चा, आदित्य यादव सहित अन्य पर FIR दर्ज हुई। pic.twitter.com/aNmF6VxUPw
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) May 13, 2025
हमलावरों की पहचान और पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद, पुलिस ने हमले में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली है। पुलिस के अनुसार, हमलावरों में सिद्धार्थ कसाना, सुच्चा, आदित्य यादव और अन्य अज्ञात लोग शामिल हैं। यह सभी लोग पहले से ही शुभम मलिक के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रहे हैं, और हाल ही में छात्र राजनीति के मुद्दे पर उनका आमना-सामना भी हो चुका था। पुलिस ने इस मामले में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है, और सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है।
विश्वविद्यालय परिसर में तनाव और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
हमले के बाद विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कई छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों को समय रहते कार्रवाई करनी चाहिए थी। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति गठित करने का निर्णय लिया है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। वहीं, विश्वविद्यालय में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि कोई और अप्रिय घटना न घटे।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई
एसपी सिटी आयुष बिक्रम सिंह ने इस घटना पर जानकारी दी और बताया कि पीड़ित छात्र शुभम मलिक द्वारा दी गई तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की टीम सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के माध्यम से अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी बताया कि मारपीट के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस कर्मी नहीं थे, केवल सुरक्षा गार्ड मौजूद थे। पुलिस को सूचना मिलने के बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे थे।