CRPF Jawan Munir Ahmed: भारत की सुरक्षा व्यवस्था में हाल के दिनों में एक बड़ा विवाद सामने आया है, जब केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान मुनीर अहमद को पाकिस्तानी लड़की से शादी करने और सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया। यह कार्रवाई सीआरपीएफ ने तत्काल प्रभाव से की, और मुनीर अहमद की सेवाएं खत्म कर दी गईं।
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क्या था पूरा मामला? (CRPF Jawan Munir Ahmed)
यह मामला तब सामने आया जब 2024 में मुनीर अहमद ने पाकिस्तान की निवासी मेनल खान से वीडियो कॉल के जरिए निकाह किया। इसके बाद मेनल खान शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आईं, जो 22 मार्च को समाप्त हो गया। इसके बावजूद वह भारत में ही रही, जबकि उनके वीजा की वैधता खत्म हो चुकी थी। बाद में यह सामने आया कि मुनीर अहमद ने विभाग से इन दोनों घटनाओं को छुपाया। यह सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन माना गया, और इस पर कार्रवाई की गई।
सीआरपीएफ की कार्रवाई और सुरक्षा उल्लंघन
सीआरपीएफ ने अपनी जांच में पाया कि मुनीर अहमद ने न केवल पाकिस्तानी लड़की से शादी करने के लिए विभाग से अनुमति नहीं ली, बल्कि मेनल खान के भारत में रहने की जानकारी भी छुपाई। इस मामले में सीआरपीएफ ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से इसे एक गंभीर उल्लंघन मानते हुए मुनीर अहमद को बर्खास्त करने का फैसला लिया। सीआरपीएफ के अनुसार, इस प्रकार के मामले सुरक्षा के लिए खतरे का संकेत हो सकते हैं, क्योंकि किसी विदेशी नागरिक को बिना उचित दस्तावेज़ों के भारत में रखना सुरक्षा खतरे को बढ़ा सकता है।
सेना के जवानों के लिए क्या हैं नियम?
यह ध्यान देने योग्य है कि भारतीय सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों को पाकिस्तान की नागरिक से शादी करने की अनुमति होती है, लेकिन इसके लिए कुछ विशेष नियम और प्रक्रियाएं निर्धारित हैं। भारतीय कानून के तहत नागरिकों को अपनी मर्जी से शादी करने की स्वतंत्रता है, लेकिन जब बात सेना या अन्य सुरक्षा बलों की होती है, तो राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होती हैं।
सेना के जवानों को पाकिस्तानी नागरिक से शादी करने से पहले संबंधित विभाग और भारत सरकार को जानकारी देनी होती है। इसके बाद, विभाग पूरी जांच करने के बाद ही उस शादी के लिए NOC (No Objection Certificate) जारी करता है। यदि विभाग अनुमति नहीं देता, तो सेना के जवान को शादी की अनुमति नहीं मिलती। इसके अलावा, अगर कोई भारतीय सेना या पैरा मिलिट्री फोर्स का जवान विदेशी नागरिक से शादी करता है, तो उस नागरिक को अपनी पुरानी नागरिकता छोड़कर भारत की नागरिकता लेनी होती है।
क्या यह नियम सुरक्षा के दृष्टिकोण से है जरूरी?
पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों में हमेशा तनाव बना रहता है, और ऐसे समय में सेना के जवानों का पाकिस्तानी नागरिक से विवाह करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से गंभीर चिंता का विषय बन सकता है। इसलिए भारतीय सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों को इस प्रकार की शादियों के लिए विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। इस प्रकार की कार्रवाई से यह भी स्पष्ट होता है कि सुरक्षा एजेंसियों के लिए किसी भी प्रकार की संवेदनशील जानकारी छिपाना या नियमों का उल्लंघन करना स्वीकार्य नहीं है।