Delhi Red Fort Blast: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुआ धमाका अब एक बड़े आतंकी हमले के रूप में सामने आया है। इस विस्फोट में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने जांच के बाद पुष्टि की है कि यह आत्मघाती हमला था, जिसे एक कार में लगाए गए विस्फोटक से अंजाम दिया गया।
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हमले का तरीका और शुरुआती जांच– Delhi Red Fort Blast
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, धमाका सोमवार शाम करीब 6:55 बजे हुआ। जांच में यह सामने आया है कि विस्फोटक पदार्थ से भरी एक हुंडई I-20 कार लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास खड़ी थी। अचानक हुए धमाके से इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
जांच एजेंसियों का कहना है कि कार में मौजूद विस्फोटक को रिमोट से नहीं, बल्कि अंदर बैठे शख्स ने डेटोनेटर से उड़ाया। अब तक की जांच में पता चला है कि यह हमला फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है, जिसका नेटवर्क जम्मू-कश्मीर तक फैला हुआ है।
संदिग्ध आतंकी डॉक्टर उमर मोहम्मद पर शक
खुफिया सूत्रों के अनुसार, पुलिस को शक है कि धमाके के वक्त कार में डॉ. उमर मोहम्मद सवार था। यह वही व्यक्ति है जिसकी तलाश दिल्ली पुलिस, फरीदाबाद पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर कर रही थी।
उमर मोहम्मद का नाम पहले भी सामने आ चुका है, जब फरीदाबाद में अमोनियम नाइट्रेट के बड़े जखीरे की बरामदगी हुई थी। सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़े कई आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद उमर को लगा कि अब वह पकड़ा जाएगा, इसलिए उसने घबराहट में यह आत्मघाती हमला किया।
पुलिस ने घटनास्थल से बरामद कार में मिले शव का DNA टेस्ट करवाने का फैसला किया है ताकि यह पुष्टि की जा सके कि वह शव वास्तव में उमर मोहम्मद का ही है या नहीं।
I-20 कार का पूरा सफर: बदरपुर से लाल किला तक
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कार की सीसीटीवी मूवमेंट का पूरा नक्शा तैयार किया है।
- यह कार सबसे पहले बदरपुर बॉर्डर पर देखी गई, जब वह दिल्ली में प्रवेश कर रही थी।
- इसके बाद यह सुनहरी मस्जिद पार्किंग में तीन घंटे तक (दोपहर 3:19 बजे से शाम 6:48 बजे तक) खड़ी रही।
- पार्किंग से बाहर निकलने के सात मिनट बाद, यानी 6:55 बजे, धमाका हो गया।
स्पेशल सेल अब 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज और आस-पास के टोल प्लाजा के वीडियो खंगाल रही है, ताकि कार के हर मूवमेंट की सटीक जानकारी मिल सके।
I-20 कार की खरीद-फरोख्त और जम्मू-कश्मीर कनेक्शन
पुलिस जांच में इस कार की खरीद-फरोख्त की लंबी चेन सामने आई है:
- कार के पहले मालिक मोहम्मद सलमान थे, जिन्होंने इसे नदीम को बेचा।
- नदीम ने इसे रॉयल कार जोन फरीदाबाद को बेचा।
- उसके बाद यह कार तारिक के पास गई, जिसने इसे उमर मोहम्मद को दे दिया।
यह कार गुरुग्राम नॉर्थ आरटीओ में HR 26 7624 नंबर से रजिस्टर्ड थी।
पुलिस ने तारिक को पुलवामा के संबूरा इलाके से हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। जांच में आमिर नामक व्यक्ति का नाम भी सामने आया है, जिससे जम्मू-कश्मीर पुलिस पूछताछ कर रही है।
यूएपीए के तहत मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने इस आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए UAPA की धारा 16 और 18 के तहत मामला दर्ज किया है, जो आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित हैं।
इसके अलावा, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4, तथा हत्या और हत्या के प्रयास की धाराएं भी जोड़ी गई हैं।
फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से कनेक्शन
जांच में सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ है कि लाल किला ब्लास्ट का सीधा रिश्ता फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से है। यह मॉड्यूल प्रतिबंधित संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद (AGuH) के इशारे पर काम कर रहा था।
इस मॉड्यूल से जुड़े कई संदिग्ध डॉक्टरों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें —
- डॉ. मुजम्मिल अहमद गनई (फरीदाबाद)
- डॉ. आदिल अहमद राथर (पुलवामा)
- और डॉ. शाहीन शाहिद (लखनऊ) शामिल हैं।
पुलिस को शक है कि उमर मोहम्मद भी इसी मॉड्यूल का हिस्सा था और उसने फरीदाबाद से जुड़ी आतंकी गतिविधियों को दिल्ली तक फैलाने की कोशिश की।
2,900 किलो विस्फोटक बरामद
फरीदाबाद पुलिस ने हाल ही में इस मॉड्यूल के पास से करीब 2,900 किलो विस्फोटक बरामद किए थे।
दिल्ली पुलिस को शक है कि लाल किला धमाके में भी इसी किस्म का अमोनियम नाइट्रेट इस्तेमाल किया गया। इसकी पुष्टि के लिए FSL रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जो जल्द आने की उम्मीद है।
जांच जारी, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर
इस हमले के बाद दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सभी प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों, मेट्रो स्टेशनों और बाजारों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पुलिस अब फरीदाबाद, पुलवामा और दिल्ली के बीच चल रही आतंकी हलचलों के हर पहलू की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, जम्मू-कश्मीर पुलिस और एनआईए (NIA) मिलकर इस हमले के मास्टरमाइंड का पता लगाने में जुटी हैं।
