Deoghar Road Accident: देवघर जिले के मोहनपुर प्रखंड स्थित जमुनिया के पास आज मंगलवार की सुबह एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें कांवड़ियों से भरी एक बस और ट्रक के बीच टक्कर हो गई। इस हादसे में बस चालक समेत 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में एक नाबालिग भी शामिल है, जबकि 23 अन्य श्रद्धालु घायल हो गए हैं, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को देवघर सदर अस्पताल और आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती कराया गया है, और कुछ गंभीर घायलों को रांची रेफर किया गया है।
हादसा कैसे हुआ? (Deoghar Road Accident)
घटना के बारे में जानकारी देते हुए देवघर के एसडीओ रवि कुमार ने बताया कि श्रद्धालु देवघर बाबा धाम से दर्शन करके बासुकिनाथ धाम जा रहे थे। सुबह करीब 5 बजे बस चालक को झपकी आ गई, जिसके बाद बस अनियंत्रित होकर गैस सिलेंडर लदे ट्रक से टकरा गई। इसके बाद बस कुछ और दूर जाकर ईंटों के ढेर से टकरा गई। इस भीषण हादसे में बस चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों की पहचान
मृतकों की पहचान देवघर जिले के मनोहरपुर थाना अंतर्गत चकरमा गांव निवासी सुभाष तुरी (40), बिहार के पश्चिम चंपारण जिला के मतराजी गांव निवासी दुर्गावती देवी (45), जानकी देवी (35), पटना जिले के धनरूआ थाना अंतर्गत तरेगना गांव निवासी समदा देवी (40), और वैशाली जिले के महनार गांव निवासी सुनील पंडित का 14 वर्षीय बेटा पीयूष कुमार उर्फ शिवराज के रूप में हुई है।
स्थानीय ग्रामीणों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया। एक स्थानीय ग्रामीण ने बताया, “हम पास के खेत में काम कर रहे थे, तभी जोरदार आवाज आई। दौड़कर पहुंचे तो देखा बस ईंटों के ढेर में घुसी थी और कई लोग खून से लथपथ पड़े थे। हमने पुलिस को सूचना दी और घायलों को बाहर निकालने में मदद की।”
स्थानीय महिला रीना देवी ने भी इस मार्ग की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा, “यह जगह बेहद खतरनाक है। यहां कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है और न ही चेतावनी बोर्ड हैं। अगर सरकार पहले से ध्यान देती, तो शायद यह हादसा नहीं होता।”
सांसद का बयान
इस घटना पर सांसद निशिकांत दुबे ने दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया और 18 श्रद्धालुओं की मौत का जिक्र किया। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक केवल 5 मौतों की पुष्टि की है।
कांवड़ियों का बयान
बस में सवार एक कांवड़िए ने बताया कि बस बहुत तेज गति से चल रही थी और चालक को झपकी आ गई। इसके बाद बस ट्रक से टकराई और एक पत्थर से टकराते हुए ईंटों के ढेर में जा घुसी। हादसे के बाद कांवड़ियों में अफरा-तफरी मच गई और कुछ समय तक किसी ने भी मदद नहीं की। एक घायल कांवड़ी सुनील कुमार ने बताया, “अगर समय पर मदद मिलती, तो मेरी पत्नी भी बच सकती थी।”
हादसे का एक और विवरण
इससे पहले भी इस जगह पर कई दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं, और स्थानीय लोग पहले ही प्रशासन को चेतावनी दे चुके थे कि सावन के महीनों में इस रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए।
पीएम नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवघर की दुर्घटना पर अपना बयान देते हुए कहा, ‘झारखंड के देवघर में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति दे। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।‘
झारखंड के देवघर में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक-संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस पीड़ा को सहने की शक्ति दे। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं: PM…
— PMO India (@PMOIndia) July 29, 2025
सीएम हेमंत ने भी प्रकट किया दुख
राज्य के सीएम हेमंत सोरेन ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि ‘आज सुबह देवघर के मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस दुर्घटना में बस सवार श्रद्धालुओं की मृत्यु की अत्यंत दुःखद सूचना मिली है। जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य के साथ घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। बाबा बैद्यनाथ दुर्घटना में मरने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।‘
आज सुबह देवघर के मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस दुर्घटना में बस सवार श्रद्धालुओं की मृत्यु की अत्यंत दुःखद सूचना मिली है।
जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य के साथ घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है। बाबा बैद्यनाथ दुर्घटना में मरने वाले श्रद्धालुओं की…— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) July 29, 2025