Dinesh Sharma Martyr: पाकिस्तान द्वारा सीजफायर उल्लंघन के लगातार प्रयासों और भारत की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर तनाव बढ़ गया है। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इन प्रयासों का हर बार सशक्त तरीके से जवाब दिया है। इसी बीच, हरियाणा के पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव के लांस नायक दिनेश शर्मा शहीद हो गए। पाकिस्तान द्वारा किए गए इस सीजफायर उल्लंघन के दौरान शहीद हुए दिनेश की शहादत की खबर उनके घर पहुंचने पर पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, और उनके परिजनों का दिल दहला देने वाला दुख सामने आया।
दिनेश शर्मा की शहादत की खबर से गांव में गहरी शोक लहर- Dinesh Sharma Martyr
लांस नायक दिनेश शर्मा का जन्म पलवल जिले के मोहम्मदपुर गांव में हुआ था। उनकी शहादत की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे इलाके में गहरी शोक की लहर फैल गई। हर कोई दिनेश के परिवार को सांत्वना देने के लिए जुटने लगा। आजतक ने शहीद के पिता दयाचंद शर्मा से संपर्क किया, जिन्होंने भावुक होकर कहा कि उनके पास पांच बेटे थे, जिनमें से तीन अभी भी सेना में सेवा दे रहे थे। दिनेश उनके सबसे बड़े बेटे थे, जो देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए।
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ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान का सीजफायर उल्लंघन
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए थे। भारतीय सेना की इस कार्रवाई ने पाकिस्तान को और अधिक बौखला दिया, और उसने सीजफायर उल्लंघन शुरू कर दिया। इसी दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इस उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया। इस कार्रवाई में हरियाणा के मोहम्मदपुर गांव के लांस नायक दिनेश शर्मा शहीद हो गए।
शहीद के परिवार का दुख और बलिदान
दयाचंद शर्मा ने बताया कि उनके पांच बेटे थे, जिनमें से तीन अभी भी सेना में हैं। दिनेश शर्मा सबसे बड़े बेटे थे, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए अपनी जान की आहुति दी। उनके दो छोटे भाई भी सेना में सेवा दे रहे हैं, और उनका चचेरा भाई मुकेश, जो सेना के मेडिकल विंग में है, भी शहीद की खबर सुनकर अपने गांव पहुंचे। दिनेश शर्मा के चचेरे भाई ने बताया कि वह आर्टिलरी डिवीजन 5 मीडियम में तैनात थे और दुश्मन की गोलाबारी से गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
दिनेश शर्मा के अंतिम लम्हे और दोस्तों की यादें
दिनेश के छोटे भाई पुष्पेंद्र ने बताया कि दो दिन पहले उनसे बात हुई थी, और उन्होंने परिवार के हाल-चाल पूछे थे। प्रदीप, जो दिनेश के करीबी दोस्त थे, ने बताया कि बीती रात जब दिनेश ऑपरेशन पर जा रहे थे, तब रात 10:30 बजे उनकी बात हुई थी। दिनेश ने कहा था कि वह ऑपरेशन के लिए जा रहे हैं और ऑपरेशन के दौरान फोन की लाइट से दिक्कत हो सकती है, इसलिए बाद में बात करेंगे। इसके बाद रात 3 बजे दिनेश का कॉल आया, लेकिन प्रदीप फोन नहीं उठा पाए। सुबह 7 बजे जब प्रदीप ने दिनेश को कॉल किया, तो उनके साथी ने बताया कि दिनेश को धमाके में चोट लगी है और उन्हें इलाज के लिए लाया गया है। इसके बाद उन्हें शहीद होने की खबर मिली।
लांस नायक दिनेश शर्मा का बलिदान
लांस नायक दिनेश शर्मा की शहादत ने उनके परिवार को गहरे दुख में डाल दिया, लेकिन उनकी वीरता और बलिदान का देश के लिए बहुत बड़ा महत्व है। दिनेश शर्मा के परिवार को कभी नहीं भूलने वाली शहादत का गहरा दर्द है, लेकिन उनके बलिदान की प्रेरणा भारत की रक्षा में लगी सेना के लिए हमेशा जीवित रहेगी। दिनेश जैसे शहीदों की कुर्बानी हमेशा हमारे दिलों में रहेगी, और उनका नाम भारतीय सेना की वीरता की कहानियों में हमेशा याद किया जाएगा।