DTP Enforcement RS Bhatt: गुरुग्राम, जिसे मिलेनियम सिटी के नाम से भी जाना जाता है, में अतिक्रमण के खिलाफ जारी मुहिम अब एक नया मोड़ ले चुकी है। नगर निगम और गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) की टीम ने शहर की मुख्य सड़कों, हरित क्षेत्रों और बाजारों को अतिक्रमणमुक्त करने के लिए जोरदार कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मुहिम की कमान गुरुग्राम के डीटीपी (डिप्टी टाउन प्लानर) आरएस बाठ को सौंपी गई है। नवंबर 2024 में जब नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण गुप्ता ने उन्हें नोडल अधिकारी नियुक्त किया, तब से ही बाठ की सख्ती को लेकर शहर में कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि, उनकी कार्यशैली पर सवाल भी उठने लगे हैं, खासकर जब उनका व्यवहार और जुबान विवादों में आई है।
अतिक्रमण हटाने की सख्त कार्रवाई और विवाद- DTP Enforcement RS Bhatt
आरएस बाठ की टीम ने शहर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम में कई अहम कदम उठाए हैं। लेकिन हाल ही में हरीनगर में अवैध मीट दुकानों पर कार्रवाई करते समय उनका एक विवादित वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में बाठ की दुकानदार के साथ तीखी नोकझोंक होती दिखाई दी। दुकानदार ने आरोप लगाया कि वह पहले होमगार्ड में काम करता था, लेकिन बेरोजगारी के कारण मीट की दुकान शुरू की। दुकानदार ने यह भी कहा कि अधिकारी लाइसेंस के नाम पर पैसे मांगते हैं और यह काम बिना रिश्वत के नहीं होता। जब बाठ ने इसे लेकर गुस्से में आकर दुकानदार से लिखित शिकायत मांगने की कोशिश की, तो दुकानदार ने उल्टे अधिकारी से शिकायत का कागज मांग लिया। इस पर बाठ ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए दुकानदार से कहा, “क्या मैं तेरा बाप लग रहा हूं?” इस टिप्पणी ने शहर के स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया और अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए।
कड़े कदम और माफिया की बढ़ती ताकत
आरएस बाठ ने अवैध दुकानों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए हरीनगर में दो दुकानों को सील किया। हालांकि, दुकानदारों का कहना है कि तोड़फोड़ और सीलिंग के खिलाफ कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन अधिकारियों का व्यवहार गलत था। छोटे दुकानदारों का कहना है कि उन्हें बिना किसी दोष के परेशान किया जा रहा है, जबकि बड़े उल्लंघनकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसके साथ ही, कुछ दुकानदारों ने लाइसेंस के नाम पर उगाही के आरोप भी लगाए हैं।
एक और मामला गुरुग्राम के बस स्टैंड से सामने आया, जहां माफिया के इशारे पर सड़कों पर अवैध रेहड़ियां लगाई जा रही थीं। इस दौरान बाठ और रेहड़ी वालों के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें एक रेहड़ी वाला यह धमकी देते हुए कहा कि माफिया के लोग बाठ को भी गोली मार सकते हैं। यह खुलासा शहर में माफिया राज की मौजूदगी को उजागर करता है, जो छोटे व्यापारियों को प्रताड़ित कर उनसे मोटी रकम वसूल कर अवैध तरीके से सड़कें कब्जा करवा रहे हैं।
सुरक्षा और व्यवस्था का संकट
इन अवैध रेहड़ियों का असर न सिर्फ शहर की व्यवस्था पर पड़ रहा है, बल्कि सुरक्षा पर भी खतरा बन गया है। बाठ ने बताया कि इन रेहड़ियों को संचालित करने वाले कई लोग अनजान होते हैं, और उनके पास फर्जी दस्तावेज हो सकते हैं। यह असामाजिक तत्वों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन सकता है, जो शहर की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
कड़े कदम उठाने का संकल्प
आरएस बाठ ने आश्वासन दिया है कि माफिया के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे। जीएमडीए और नगर निगम मिलकर अवैध रेहड़ियों पर स्थायी रूप से रोक लगाने के लिए लगातार कार्रवाई करेंगे। प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे बिना लाइसेंस वाली रेहड़ियों से सामान न खरीदें और संदिग्ध गतिविधियों के बारे में तुरंत सूचना दें। इसके अलावा, बाठ ने यह भी कहा कि माफिया राज को समाप्त करने के लिए पुलिस, नगर निगम और जीएमडीए मिलकर काम करेंगे।