Ghaziabad Constable Murder: मसूरी के नाहल गांव में रविवार रात को हुई नोएडा पुलिस के सिपाही सौरभ देशवाल की हत्या मामले में पुलिस ने अब तक आठ और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को पकड़ने के लिए कई कदम उठाए हैं। मंगलवार देर रात मसूरी पुलिस ने इन आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया, जिनमें नाहल और मसूरी के कुछ निवासी शामिल हैं।
क्या हुआ था नाहल गांव में? (Ghaziabad Constable Murder)
रविवार रात को नोएडा पुलिस की टीम ने नाहल गांव में एक छापेमारी की थी, जिसके दौरान आरोपितों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव और फायरिंग की थी। इस हमले में नोएडा पुलिस के कांस्टेबल सौरभ देशवाल को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि गोली बेहद नजदीक से सौरभ के शरीर में लगी थी, जिससे उनकी जान चली गई। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए 18-20 संदिग्धों की पहचान की है, और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारियां
मसूरी पुलिस ने मंगलवार देर रात इस हत्या के मामले में और आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया। इनमें नाहल गांव के जावेद, इनाम, महताब, हसीन, मुरसलीम, अब्दुर रहमान, डबारसी गांव के महराज और मसूरी के जावेद शामिल हैं। इन आरोपितों पर पुलिसकर्मियों पर हमला करने और सिपाही की हत्या में शामिल होने का आरोप है।
इसके अलावा, मंगलवार शाम मसूरी पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया, जो इस हत्या के मुख्य संदिग्धों में से एक था। पुलिस ने बताया कि एसीपी मसूरी लिपि नगायच के नेतृत्व में मसूरी झाल तिराहे पर चेकिंग के दौरान बाइक सवार युवक को रुकने का इशारा किया। लेकिन जब युवक ने रुकने के बजाय पुलिस पर फायर किया और भागने की कोशिश की, तो पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें आरोपी के पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसकी पहचान अब्दुल रहमान के रूप में हुई।
अब्दुल रहमान एक हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ 18 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने उसकी बाइक और एक तमंचा भी बरामद किया। इस गिरफ्तारी से सिपाही हत्याकांड के बारे में नए तथ्य सामने आए हैं।
पहले गिरफ्तार मुख्य आरोपित कादिर
रविवार रात नोएडा पुलिस ने कादिर नामक मुख्य आरोपित को नाहल गांव से गिरफ्तार किया था। कादिर पर चोरी के आरोप थे, और वह पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए भाग रहा था। नोएडा पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार किया और उसे लेकर जाने लगी, तभी गांव के कुछ युवकों ने पुलिस टीम पर पथराव किया और गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान कांस्टेबल सौरभ देशवाल को गोली लगी और वह शहीद हो गए।
नोएडा पुलिस की कार्यवाही पर सवाल
इस घटना के बाद, नोएडा पुलिस की कार्रवाई पर सवाल भी उठ रहे हैं। आरोप है कि नोएडा पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस को बिना सूचित किए और बिना निर्धारित गाइडलाइनों का पालन किए नाहल गांव में दबिश दी, जिससे यह दर्दनाक घटना हुई। गाजियाबाद पुलिस ने यह माना है कि नोएडा पुलिस ने मौखिक रूप से सूचित किया था, लेकिन लिखित सूचना नहीं दी गई थी, जो कि एक गंभीर लापरवाही मानी जा रही है।
यदि नोएडा पुलिस स्थानीय पुलिस से सही तरीके से संपर्क करती और निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करती, तो शायद यह घटना नहीं होती और सिपाही सौरभ देशवाल की जान बच सकती थी।
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