Humsafar Train Scandal Expose: भारतीय रेलवे की प्रीमियम ट्रेनों में वीआईपी सर्विस देने और टिकट वसूली का काला धंधा चलता है, यह एक नई रिपोर्ट में सामने आया है। भास्कर के दो रिपोर्टरों ने 2 महीने तक 6 ट्रेनों में 1904 किलोमीटर सफर किया और इस दौरान रेलवे के स्टाफ की वसूली और बिना टिकट यात्रा कराने की सच्चाई का पर्दाफाश किया। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह घटनाएं हमसफर और वंदे भारत जैसी प्रीमियम ट्रेनों में हो रही हैं, जहां यात्रियों को बिना टिकट सफर करने की सुविधा दी जा रही है।
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टीटीई की वसूली और बिना टिकट यात्रा- Humsafar Train Scandal Expose
रिपोर्ट के अनुसार, भास्कर टीम ने श्रीगंगानगर से तिरुचिरापल्ली तक चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस में यात्रा की, जिसमें ट्रेन के ऑनलाइन स्टेटस के अनुसार सभी कोच फुल थे, लेकिन टीटीई ने 1700 रुपये लेकर कोच नंबर B-14 में सीट दे दी। टीटीई की मशीन में 668 सीटें बुक होने के बावजूद ट्रेन में ज्यादा यात्री बैठे हुए थे। इसके बाद जोधपुर से साबरमती चलने वाली ट्रेन में भी यही स्थिति देखने को मिली, जहां स्टाफ ने टिकट की रेट में ही बिना टिकट सीट उपलब्ध कराई।
इसके अलावा, साबरमती-ग्वालियर सुपरफास्ट एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों में भी यही गड़बड़ी पाई गई। इन ट्रेनों में स्टाफ ने यात्रियों से वसूली की और उन्हें बिना टिकट यात्रा करने की अनुमति दी। नागौर से मेड़ता यात्रा करते वक्त भी पाली मारवाड़ स्टेशन के बाद लड़की की व्यवस्था करने का ऑफर दिया गया। यही नहीं, आबू से नागौर अटेंडर ने 1250 रुपये लेकर बिना टिकट यात्रा करवाई और टीटीई चेकिंग के लिए भी नहीं आया।
प्रीमियम ट्रेनों में वीआईपी सुविधाएं और शराब व ऑफर
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि प्रीमियम ट्रेनों में कर्मचारियों द्वारा वीआईपी सर्विसेज दी जा रही हैं, जिनमें शराब और अन्य सुविधाओं का ऑफर दिया जा रहा है। नागौर से हमसफर ट्रेन में टीटीई ने 800 रुपये लेकर बिना टिकट यात्रा करने का मौका दिया और बाद में अटेंडर ने 400 रुपये लेकर पानी की बोतल में शराब भरकर दी। इसके बाद कॉलगर्ल का ऑफर भी दिया गया, जो पाली मारवाड़ से आगे उपलब्ध कराई जाएगी।
जब रिपोर्टर ने इन सुविधाओं के बारे में सवाल किया, तो अटेंडर ने रम और मैजिक मोमेंट ब्रांड की शराब का प्रस्ताव दिया। रम की कीमत 400 रुपये थी और मैजिक मोमेंट और इंपीरियल ब्लू की कीमत 600 रुपये थी। अटेंडर ने शराब की बोतल को कंबल और चद्दर में लिफाफे में छिपा कर दी, ताकि वह किसी को दिख न सके।
सुरक्षा और कार्रवाई की आवश्यकता
इस रिपोर्ट से यह साफ होता है कि भारतीय रेलवे के कुछ स्टाफ सदस्यों द्वारा यात्रियों से पैसे की वसूली, बिना टिकट यात्रा कराने और गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। रेलवे की यह व्यवस्था यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है। इस मामले में रेलवे को गंभीर कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह के भ्रष्टाचार को रोका जा सके और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।
रेलवे के इस काले धंधे का पर्दाफाश करने वाली भास्कर रिपोर्ट ने रेलवे विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। बिना टिकट यात्रा कराने और वीआईपी सर्विसेज देने के मामले गंभीर हैं, और इस पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है। रेलवे को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और स्टाफ की सख्त निगरानी करनी चाहिए, ताकि यात्रियों को सुरक्षित और बेहतर यात्रा का अनुभव मिल सके।