पीक पर कोरोना, कब मिलेगी इससे राहत?…जान लें एक्सपर्ट का इस पर जवाब

पीक पर कोरोना, कब मिलेगी इससे राहत?…जान लें एक्सपर्ट का इस पर जवाब

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देश में हाहाकार मचाया हुआ है। अब से कुछ महीने पहले तक ऐसा लग रहा था कि देश जल्द ही इस महामारी से छुटकारा पा लेगा, लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस ने यू टर्न लिया और पहले से भी ज्यादा खतरनाक रूप में लौटकर आया। अब इस महामारी के चलते देश में हालात दिन पर दिन बिगड़ते ही चले जा रहे हैं। रोजाना कोरोना के मामले नए रिकॉर्ड बनाते हुए नजर आ रहे हैं। 

इस बीच हर किसी के मन में यही सवाल उठ रहा है कि आखिर कोरोना की ये दूसरी लहर पर कब और कैसे काबू पाया जाएगा? इसको लेकर कोरोना वायरस पर लगातार नजर रख रहे कुछ एक्सपर्ट्स ने जरूरी जानकारी साझा की है। नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने एक तरफ अगले चार हफ्तों को काफी अहम बताया है। तो वहीं IIT कानपुर टीम ने गणितीय मॉडल के आधार पर ये कहा कि कोरोना की देश में लहर 20 से 25 अप्रैल तक पीक पर होगी। 

‘पीक पर होगी कोरोना लहर’

IIT कानपुर के सदस्य मनिंद्र अग्रवाल कोरोना की इस लहर की पीक पर बात करते हुए कहा कि हमारी पीक वैल्यू डेली 2 लाख नए संक्रमण केस की थीं और ये 15 अप्रैल को ही आ गई। हमने ऐसी उम्मीद जताई थी ये आंकड़ा 20 से 25 अप्रैल के बीच सामने आएगा, लेकिन ऐसा इससे पहले ही हो गया। ऐसे में पीक वैल्यू बदल रही है। ऐसी संभावनाएं है कि 20 से 25 अप्रैल के बीच कोरोना अपनी पीक पर होगा।

कब सुधरेंगे हालात?  

कोरोना की इस लहर से देश को राहत कब मिलेगी? इस सवाल के जवाब पर अग्रवाल ने कहा कि 25 अप्रैल के बाद देश में कोरोना के एक्टिव केस कम होने की उम्मीद है। मई के अंत तक हालात बेहतर होंगे। प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने कहा कि सभी राज्यों में एक सामान्यं स्थिति ही दिखाई देगी। जहां कोरोना केस सबसे अधिक है, वहां भी मई अंत तक हालात सामान्य होने लगेंगे।

‘मौतों का आंकड़ा कम’

इसके अलावा उन्होनें ये भी कहा कि ये जो लहर देश में कोरोना की आई है, वो पिछली से काफी अलग है। इस बार डेली दर्ज होने वाली मौतें संक्रमण की दर के मुकाबले कम है, जिससे थोड़ी राहत मिली। पिछली बार जब देश में एक लाख के करीब केस आए थे, तब इससे होने वाली मौत का आंकड़ा एक हजार पार था। अब जब दो लाख तक नए केस आ रहे है, तो भी संक्रमण से मौतें एक हजार के करीब ही हैं।

IIT कानपुर के प्रोफेसर ने आगे कहा कि फरवरी में जब ऐसा लगा कि संक्रमण खत्म हो गया और देश में वैक्सीन भी आ गई, तो सब बाहर आने लगे, जिसके चलते संक्रमण तेजी से बढ़ा। वहीं लॉकडाउन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बार संक्रमण की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ी हैं, इसलिए लॉकडाउन का अब उतना फायदा नहीं होने वाला, जितना पहली वाली लहर के दौरान हुआ था। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना से बचने का तरीका है। 

कोरोना की आज की अपडेट

गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण रोजाना बढ़ता ही चला रहा जा रहा है। आज यानि शुक्रवार के आंकड़ों पर थोड़ा गौर कर लेते हैं। आज देश में सवा दो लाख से भी अधिक कोरोना के नए मामले एक दिन में सामने आए हैं, जबकि बीते 24 घंटों में 1100 से ज्यादा लोगों ने वायरस की वजह से दम तोड़ा। देश में कोरोना के एक्टिव केस 15 लाख के पार पहुंच गए हैं। 

कोरोना के नए केस- 2,17,353 

कुल मौतें- 1185 

कुल एक्टिव केस- 15,69,743 

कुल केस की संख्या- 1,42,91,917 

अब तक हुई कुल मौतें- 1,74,308

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