India Fourth Largest Economy: भारत की आर्थिक प्रगति ने एक नया मील का पत्थर छू लिया है। अब भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। इस बड़ी उपलब्धि की जानकारी नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद दी। उन्होंने बताया कि भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए यह स्थान हासिल किया है। अब भारत से आगे सिर्फ अमेरिका, चीन और जर्मनी है।
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सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब 4 ट्रिलियन डॉलर यानी करीब 4,000 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि यह भारत के लिए गौरव का क्षण है क्योंकि अब सिर्फ अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से आगे हैं।
अनुकूल माहौल और मजबूत आर्थिक स्थिति- India Fourth Largest Economy
नीति आयोग प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि फिलहाल भारत के लिए वैश्विक आर्थिक माहौल अनुकूल है। देश की आर्थिक स्थिति मजबूत है और सरकार द्वारा की जा रही नीतिगत पहलों का असर जमीन पर दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि अगर भारत अपनी योजनाओं और रणनीतियों पर कायम रहा, तो अगले 2.5 से 3 साल में हम जर्मनी को भी पीछे छोड़ सकते हैं और तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन सकते हैं।
टैरिफ वॉर और सीमा तनाव का असर नहीं
भारत ने यह आर्थिक मुकाम ऐसे समय में हासिल किया है जब वह अमेरिका से टैरिफ वॉर जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना कर रहा है। इसके अलावा, हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर के चलते भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में तनाव की स्थिति है। लेकिन इन सबके बावजूद भारत की आर्थिक रफ्तार में कोई कमी नहीं आई।
भारत मैन्युफैक्चरिंग का नया केंद्र
सुब्रमण्यम ने मैन्युफैक्चरिंग को लेकर भी भारत की स्थिति को मजबूत बताया। उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में भारत मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक सस्ती और आकर्षक जगह बनता जा रहा है। आईफोन निर्माता कंपनी एपल को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि आईफोन का निर्माण अमेरिका में हो, लेकिन भारत इसके लिए एक व्यवहारिक विकल्प बन रहा है।
एसेट मोनेटाइजेशन का अगला चरण
नीति आयोग के सीईओ ने यह भी जानकारी दी कि सरकार एसेट मोनेटाइजेशन की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसका दूसरा राउंड तैयार किया जा रहा है और इसकी घोषणा अगस्त में की जाएगी। इससे देश की वित्तीय स्थिति को और बल मिलने की उम्मीद है।
GDP ग्रोथ रेट बनी मजबूत
देश की आर्थिक प्रगति को लेकर केयरएज रेटिंग्स की रिपोर्ट में यह सामने आया है कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ रेट 6.8% रहने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार, कृषि, होटल, ट्रांसपोर्ट और कंस्ट्रक्शन जैसे क्षेत्रों ने इस वृद्धि में अहम भूमिका निभाई है।
ग्रामीण इलाकों में लोगों की खरीदारी क्षमता में वृद्धि देखी गई है, जिससे घरेलू खपत बढ़ी है। हालांकि शहरी इलाकों में यह रुझान थोड़ा मिश्रित रहा, लेकिन कुल मिलाकर उपभोग में तेजी आई है, जो आर्थिक मजबूती का संकेत है।