India Pakistan War: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने बृहस्पतिवार को भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बातचीत की। इस बातचीत में अमेरिकी मंत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी चिंता व्यक्त करते हुए भारत के आत्मरक्षा के अधिकार और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का समर्थन दोहराया। इस संवाद का उद्देश्य पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर बेनकाब करना और भारत के साथ खड़े होने का संदेश देना था।
भारत और पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच अहम बातचीत- India Pakistan War
यह वार्ता उस समय हुई जब भारत में पिछले हफ्ते पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने देश को दहला दिया। इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने इस हमले पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए, भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को समर्थन देने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के साथ खड़ा है और आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में उनका सहयोग मजबूत रहेगा।
Today, I spoke with Indian Defense Minister Singh @rajnathsingh to personally extend my deepest condolences for the loss of life in the heinous terrorist attack last week.
I offered my strong support. We stand with India and its great people
— Secretary of Defense Pete Hegseth (@SecDef) May 1, 2025
भारत का कड़ा रुख: पाकिस्तान को ‘दुष्ट’ देश करार
राजनाथ सिंह ने इस वार्ता के दौरान पाकिस्तान को एक “दुष्ट देश” के रूप में पहचानते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्तपोषण देता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान का यह रवैया न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। सिंह ने कहा, “दुनिया अब आतंकवाद के प्रति आंखें मूंद कर नहीं रह सकती। पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है।”
सिंह ने वैश्विक समुदाय से अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर इसे नकारा जाए और पाकिस्तान के इस दुष्कृत्य को खुलकर निंदा की जाए।
आतंकी हमले पर अमेरिकी सहानुभूति
हेगसेथ ने इस बातचीत के दौरान पहलगाम हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त की। इसके बाद, उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर भी एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने भारत को अपना मजबूत समर्थन दिया। उन्होंने लिखा, “आज, मैंने भारतीय रक्षा मंत्री सिंह राजनाथ सिंह से बात की और पिछले हफ्ते हुए घृणित आतंकवादी हमले में जान गंवाने वालों के लिए अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। मैं भारत और उसके महान लोगों के साथ खड़ा हूं।”
अंतर्राष्ट्रीय समर्थन के प्रयास
यह कॉल अमेरिका की उस निरंतर कोशिश का हिस्सा था, जिसमें वह पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर बेनकाब करने और भारत के साथ अपने समर्थन को जाहिर करने का प्रयास कर रहा है। कुछ ही घंटों पहले, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से अलग-अलग बातचीत की और क्षेत्र की स्थिति पर चर्चा की।
आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकता की आवश्यकता
इस वार्ता से यह संदेश भी गया कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर एकजुटता की जरूरत है। यह जरूरी है कि हर राष्ट्र आतंकवाद की कड़ी निंदा करे और इससे निपटने के लिए मिलकर काम करें। अमेरिका और भारत के बीच इस सहयोग से यह स्पष्ट होता है कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं और इस मामले में पाकिस्तान के संदिग्ध रवैये को लेकर साझा चिंता रखते हैं।