India Powerful Missile Force: भारत ने अपनी सुरक्षा रणनीति को और भी मजबूत करने के लिए आधुनिक और घातक मिसाइल तकनीकों का निर्माण किया है। ये मिसाइलें न केवल रक्षा के लिहाज़ से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि युद्ध के हालात में दुश्मन देश खासकर पाकिस्तान के लिए गंभीर खतरा बन चुकी हैं। पाकिस्तान के सीमावर्ती और बड़े शहर जैसे लाहौर, इस्लामाबाद और कराची अब भारतीय मिसाइलों की सीधी जद में हैं। आइए विस्तार से जानते हैं भारत की उन मिसाइल क्षमताओं के बारे में, जो चंद मिनटों में पाकिस्तान की नींव हिला सकती हैं।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल: रफ्तार और सटीकता का बेजोड़ मेल- India Powerful Missile Force
भारत-रूस की संयुक्त परियोजना ब्रह्मोस को दुनिया की सबसे तेज़ क्रूज मिसाइलों में गिना जाता है। इसकी गति मैक 3 (3700 किमी/घंटा) तक है और यह 700 किमी तक मार कर सकती है। जमीन, समुद्र, वायु और पनडुब्बी—हर प्लेटफॉर्म से दागी जा सकने वाली यह मिसाइल रडार से बचते हुए बेहद कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है।
- लाहौर को यह मात्र 72 सेकंड में तबाह कर सकती है।
- इस्लामाबाद तक पहुंचने में इसे 5 मिनट से भी कम समय लगता है।
- कराची को नष्ट करने में 6 मिनट से कम का समय।
शौर्य मिसाइल: हाइपरसोनिक रफ्तार वाला अदृश्य हथियार
यह परमाणु-सक्षम क्वासी-बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी रेंज 1900 किमी तक है और गति मैक 7.5 (9266 किमी/घंटा)। मोबाइल लॉन्च प्लेटफॉर्म के कारण इसे कहीं भी तैनात किया जा सकता है।
- लाहौर: 20-30 सेकंड में टारगेट
- इस्लामाबाद: 3-4 मिनट
- कराची: 4-5 मिनट
हाइपरसोनिक गति के चलते दुश्मन की एयर डिफेंस को चकमा देना इसके लिए आसान है।
प्रलय मिसाइल: सीमावर्ती इलाकों की रक्षा में तैनात
यह शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है जिसकी रेंज 500 किमी और गति मैक 5 से अधिक है। इसमें MIRV तकनीक है जो इसे एक साथ कई लक्ष्यों को भेदने में सक्षम बनाती है।
- लाहौर: 30-40 सेकंड
- इस्लामाबाद: 2-3 मिनट
- कराची: 3-4 मिनट
LoC और LAC जैसे तनावपूर्ण इलाकों में इसकी तैनाती से भारत की जवाबी क्षमता कई गुना बढ़ जाती है।
अग्नि-5: भारत का सबसे घातक अंतरमहाद्वीपीय हथियार
5500 से 8000 किमी की रेंज वाली यह मिसाइल भारत की परमाणु नीति की रीढ़ है। इसकी गति मैक 24 (लगभग 29,652 किमी/घंटा) है और यह MIRV से लैस है, यानी एक मिसाइल से कई शहरों को निशाना बनाया जा सकता है।
- लाहौर, इस्लामाबाद, कराची — कोई भी शहर हो, यह महज़ 2-3 मिनट में नष्ट कर सकती है।
यह न केवल पाकिस्तान बल्कि चीन तक को सीधे निशाने पर रखती है।
हाइपरसोनिक मिसाइल: भविष्य की तकनीक अब भारत के पास
भारत ने हाल ही में स्क्रैमजेट तकनीक से लैस हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया है। इसकी गति मैक 5 से अधिक और रेंज 1000+ किमी है। यह मिसाइल रडार से बचते हुए बेहद कम समय में लक्ष्य तक पहुंचती है।
- लाहौर: 20-30 सेकंड
- इस्लामाबाद: 2-3 मिनट
- कराची: 3-4 मिनट
भारत-पाक मिसाइल क्षमता की तुलना
भारत के पास आधुनिक तकनीकों, रेंज, और गति के मामले में बढ़त है। उसकी मिसाइलें सटीक, मल्टी-टारगेटेड और परमाणु हथियारों से लैस हैं। वहीं पाकिस्तान की गौरी, शाहीन और अबाबील मिसाइलें 2700 किमी तक ही सीमित हैं और MIRV तकनीक सीमित रूप में मौजूद है।
रणनीतिक असर और संभावित खतरे
हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा है। पाकिस्तान को डर है कि भारत इन मिसाइलों का इस्तेमाल कर सर्जिकल स्ट्राइक से भी बड़ा कदम उठा सकता है। हालांकि दोनों देश परमाणु-संपन्न हैं, ऐसे में किसी भी गलती या गलतफहमी से हालात बेकाबू हो सकते हैं।
फिर भी एक बात स्पष्ट है—भारत की मिसाइल प्रणाली ने उसे ऐसा रणनीतिक और सामरिक बढ़त दी है जो न केवल दुश्मनों के मन में डर पैदा करती है, बल्कि भारत की सुरक्षा नीति को मजबूत नींव भी देती है।