Headlines

Kanpur News: जिलाधिकारी ने सीएमओ के खिलाफ पत्र भेजा, भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप

Table of Content

Kanpur News: कानपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। जिलाधिकारी ने सीएमओ पर भ्रष्टाचार, लापरवाही और कर्मचारियों के मानसिक एवं आर्थिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पत्र में कहा गया है कि सीएमओ ने स्वास्थ्य विभाग की कई योजनाओं में घोर लापरवाही बरती है और प्रशासनिक नियंत्रण में भारी खामियां पाई गई हैं।

और पढ़ें: Air India Ahmedabad Plane Crash: टाटा ग्रुप ने पीड़ितों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये मुआवजा देने का किया ऐलान, जानिए अंतरराष्ट्रीय मुआवजा नियम

सीएमओ पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप- Kanpur News

जिलाधिकारी ने पत्र में उल्लेख किया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत रिक्त पदों का विज्ञापन संबंधित विभाग की वेबसाइट पर जारी नहीं किया गया, साथ ही साक्षात्कार का परिणाम भी निर्धारित समय पर नहीं घोषित किया गया। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि सीएमओ ने स्वास्थ्य केंद्रों में अधिकारियों और कर्मचारियों का मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न किया है। कई बार निरीक्षण के बाद भी सीएमओ ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की, और यह प्रकरण अधिक गंभीर बन गया है।

नौ बार तबादला आदेश, प्रशासनिक नियंत्रण का अभाव

जिलाधिकारी ने पत्र में यह भी बताया कि सीएमओ ने 10 दिन के अंदर नौ बार तबादला आदेश जारी किए, जिनमें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर्यन सिंह सहित कई अन्य डॉक्टर शामिल हैं। इस दौरान, अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर सीएमओ का प्रशासनिक नियंत्रण पूरी तरह से शिथिल था। जिसके कारण स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बढ़ गई थी। जब निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तब यह मामला और गंभीर हो गया।

निरीक्षण के दौरान मिलीं खामियां

डॉ. हरिदत्त नेमी के तहत निरीक्षण में स्वास्थ्य केंद्रों की खामियां उजागर हुईं। फर्जी मरीजों के नाम रजिस्टर में दर्ज पाए गए और स्वास्थ्य केंद्रों में लापरवाही की कई मिसालें सामने आईं। काशीराम अस्पताल और पीएचसी, सीएचसी के निरीक्षण में भी कई खामियां पाई गईं, लेकिन सीएमओ ने इनपर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा, एक वरिष्ठ लेखा अधिकारी डॉ. वंदना सिंह को वित्तीय कार्य से हटा दिया गया और उनकी जगह गैर-आवश्यक व्यक्ति को नियुक्त किया गया।

सीएमओ पर आरोपों का जवाब

इस पत्र के बाद सीएमओ डॉ. हरिदत्त ने इस मामले में अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी भी ऑडियो या आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं, यह भी चर्चा है कि सीएमओ को डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने एक बैठक के दौरान बाहर निकाल दिया था, जिसके बाद सीएमओ ने कहा कि उन्हें बैठक से बाहर निकाल दिया गया। हालांकि, इस बात पर वह ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते थे और उन्होंने इसे डीएम का अधिकार बताया।

डीएम की कार्रवाई की संस्तुति

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने प्रमुख सचिव को भेजे गए पत्र में सीएमओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों में मिली खामियों और लापरवाही के बावजूद सीएमओ ने कोई सुधारात्मक कदम नहीं उठाया। इसके अलावा, सीएमओ द्वारा डॉक्टरों के मनमाने तबादले और कर्मचारियों का उत्पीड़न भी उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं।

शहर में चर्चा

कानपुर शहर में पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा जोर पकड़ चुकी थी कि जिलाधिकारी और सीएमओ के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं। सीएमओ की लगातार शिकायतों के बाद जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों की हालत का जायजा लिया था और अधिकारियों की लापरवाही को उजागर किया था। इन घटनाओं ने यह साफ कर दिया कि सीएमओ का प्रशासनिक नियंत्रण कमज़ोर था, जिसके कारण स्वास्थ्य सेवाओं में गिरावट आई।

और पढ़ें: Air India Flight Crash: एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 दुर्घटना! बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की सुरक्षा खामियों पर उठे बड़े सवाल

vickynedrick@gmail.com

vickynedrick@gmail.com https://nedricknews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent News

Trending News

Editor's Picks

Who is CR Subramanian

Who is CR Subramanian: 1600 स्टोर, 3500 करोड़ का खेल… और फिर ऐसा मोड़ कि आज जेल में पाई-पाई को तरस रहा है ये कारोबारी

Who is CR Subramanian: देश में ऐसे कई बिजनेसमैन रहे हैं जिन्होंने बिल्कुल जीरो से शुरुआत कर अरबों की दुनिया खड़ी की। लेकिन कुछ कहानियां ऐसी भी हैं, जहां सफलता जितनी तेजी से मिली, उतनी ही तेजी से सब कुछ हाथ से निकल गया। भारतीय कारोबारी सीआर सुब्रमण्यम (CR Subramanian) की कहानी भी कुछ ऐसी...
Bath in winter

Bath in winter: सर्दियों में नहाने से डर क्यों लगता है? जानिए रोज स्नान की परंपरा कहां से शुरू हुई और कैसे बनी आदत

Bath in winter: उत्तर भारत में सर्दियों का मौसम आते ही नहाना कई लोगों के लिए सबसे बड़ा टास्क बन जाता है। घना कोहरा, जमा देने वाली ठंड और बर्फ जैसे ठंडे पानी को देखकर अच्छे-अच्छों की हिम्मत जवाब दे जाती है। यही वजह है कि कुछ लोग रोज नहाने से कतराने लगते हैं, तो...
Sikhism in Odisha

Sikhism in Odisha: जगन्नाथ की धरती पर गुरु नानक की विरासत, ओडिशा में सिख समुदाय की अनकही कहानी

Sikhism in Odisha: भारत में सिख समुदाय की पहचान आमतौर पर पंजाब से जोड़कर देखी जाती है, लेकिन देश के पूर्वी हिस्सों, खासकर ओडिशा में सिखों की मौजूदगी का इतिहास उतना ही पुराना, जटिल और दिलचस्प है। यह कहानी केवल धार्मिक प्रवास की नहीं है, बल्कि राजनीति, औपनिवेशिक शासन, व्यापार, औद्योगीकरण और सामाजिक संघर्षों से...
Ambedkar and Christianity

Ambedkar and Christianity:आंबेडकर ने ईसाई धर्म क्यों नहीं अपनाया? धर्मांतरण पर उनके विचार क्या कहते हैं

Ambedkar and Christianity: “मैं एक अछूत हिंदू के रूप में पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू के रूप में मरूंगा नहीं।” डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर की यह पंक्ति सिर्फ एक व्यक्तिगत घोषणा नहीं थी, बल्कि सदियों से जाति व्यवस्था से दबे समाज के लिए एक चेतावनी और उम्मीद दोनों थी। उन्होंने अपना पूरा जीवन जाति प्रथा...
Silver Reserves Top 5 Countries

Silver Reserves Top 5 Countries: जानिए दुनिया में ‘सिल्वर किंग’ कौन और भारत की क्या है स्थिति

Silver Reserves Top 5 Countries: 2025 में अगर किसी ने निवेशकों को सच में हैरान किया है, तो वह चांदी है। अब तक लोग सोने को सबसे सुरक्षित निवेश मानते आए थे, लेकिन इस साल चांदी ने रफ्तार के मामले में सोने को भी पीछे छोड़ दिया। कीमतें इतनी तेजी से बढ़ीं कि बाजार में...

Must Read

©2025- All Right Reserved. Designed and Developed by  Marketing Sheds