Noida News: नोएडा के सेक्टर-89 स्थित नया गांव में हिंडन नदी के डूबे क्षेत्र में अवैध कूड़ा निस्तारण का एक बड़ा मामला सामने आया है। दिल्ली से चोरी-छिपे लाकर नोएडा में फेंका जा रहा कूड़ा अब प्रशासन की नजर में आ गया है। नोएडा प्राधिकरण द्वारा की गई निरीक्षण कार्रवाई के दौरान इस अवैध कूड़ा डंपिंग की जानकारी मिली, जिसमें 11 डंपर रंगे हाथ पकड़े गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि अब तक इस क्षेत्र में लगभग 20,000 मीट्रिक टन से अधिक कूड़ा डाला जा चुका है। प्राधिकरण ने इस मामले में संबंधित ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और कूड़े को वापस दिल्ली भेजने की योजना बनाई है।
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ठेकेदारों की लापरवाही से हुआ कूड़ा निस्तारण का घोटाला- Noida News
प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री ने इस मामले की पुष्टि की है और बताया कि 11 डंपरों को मौके पर ही सीज कर दिया गया है। इसके साथ ही इन डंपरों के चालकों और ठेकेदारों के खिलाफ थाना फेस-2 में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। खत्री ने खुलासा किया कि ये ठेकेदार दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) से कूड़ा निस्तारण के नाम पर प्रति टन 800 से 1000 रुपये तक वसूलते थे। लेकिन उन्होंने सही प्रक्रिया अपनाने के बजाय, अवैध तरीके से नोएडा में कूड़ा फेंककर एक घोटाले को अंजाम दिया।
कूड़ा लाकर डंप किया जा रहा था चोरी-छिपे
यह कूड़ा सीधे दिल्ली से डंपरों में भरकर नोएडा लाया जा रहा था और हिंडन नदी के डूबे क्षेत्र में अवैध रूप से फेंका जा रहा था। यह इलाका एक संवेदनशील पर्यावरणीय क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जिसे विशेष देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता है। इस अवैध कूड़ा निस्तारण की खबर ने क्षेत्रीय पर्यावरणीय सुरक्षा को गंभीर खतरे में डाल दिया है। नोएडा प्राधिकरण ने दिल्ली नगर निगम को पत्र लिखकर दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी
नोएडा प्राधिकरण ने इस मामले में अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए सेक्टर-89 के सर्कल ऑफिसर और जेईई को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। यह नोटिस यह जानने के लिए है कि इतने समय तक यह अवैध गतिविधि कैसे अनदेखी रह गई और किसकी लापरवाही के कारण इसे रोकने की कार्रवाई नहीं की गई।
आगे की कार्रवाई और जवाबदेही
नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ संजय खत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी टीम के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों को नोटिस जारी किया है, जिनकी जिम्मेदारी इस सर्कल एरिया पर नजर रखने की थी। उनसे इस मामले पर जवाब मांगा गया है और अगर उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है, तो उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला नोएडा में अवैध कूड़ा निस्तारण के एक बड़े घोटाले का खुलासा करता है, जिसमें पर्यावरणीय सुरक्षा से लेकर प्रशासनिक लापरवाही तक कई पहलुओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नोएडा प्राधिकरण ने अब इस मामले में सख्ती दिखाते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और पर्यावरणीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके।