Nuh internet shutdown today: हरियाणा के नूंह ज़िले में 13 जुलाई की रात से हालात अचानक बदल गए हैं, जब प्रशासन ने बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा के मद्देनजर कड़े सुरक्षा उपायों की घोषणा की। इंटरनेट सेवाओं का बंद होना, हथियारों पर प्रतिबंध, स्कूलों की छुट्टियां और पेट्रोल की बिक्री पर रोक जैसी सख्त कार्रवाई की गई है। प्रशासन की इन सख्त कार्रवाइयों के पीछे क्या वजह है? क्या कुछ अनदेखा खतरा सामने आने वाला है? आइए जानते हैं इस पूरी कहानी को विस्तार से।
इंटरनेट, SMS और नेटवर्क सेवाओं पर 24 घंटे का प्रतिबंध- Nuh internet shutdown today
हरियाणा सरकार ने नूंह ज़िले में 13 जुलाई रात 9 बजे से 14 जुलाई रात 9 बजे तक मोबाइल इंटरनेट, बल्क SMS और डोंगल सेवाएं बंद कर दी हैं। केवल वॉयस कॉल और बैंकिंग से जुड़े SMS को ही अनुमति दी गई है। इसका मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल माध्यमों से फैलने वाली अफवाहों और गलत सूचनाओं को रोकना है। प्रशासन ने माना कि यात्रा के दौरान सोशल मीडिया के ज़रिए किसी भी तरह की अफवाहों का फैलना स्थिति को और जटिल बना सकता है, और इसलिए यह कदम उठाया गया है।
धारा 163 के तहत हथियारों पर प्रतिबंध और DJ पर रोक
नूंह के ज़िला मजिस्ट्रेट विश्राम कुमार मीणा ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत आदेश जारी किए हैं। इसके तहत किसी भी व्यक्ति को तलवार, लाठी, त्रिशूल, चाकू, बंदूक, रॉड या किसी भी प्रकार के हथियार को सार्वजनिक स्थान पर ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है। केवल सिख समुदाय को कृपाण रखने की छूट दी गई है। इसके साथ ही यात्रा मार्ग पर DJ, लाउडस्पीकर और धार्मिक रूप से उत्तेजक सामग्री वाले साउंड सिस्टम पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसी भी प्रकार के विवाद या उत्तेजना से बचना है, ताकि माहौल शांतिपूर्ण बना रहे।
बिट्टू बजरंगी पर प्रतिबंध और पेट्रोल बिक्री पर रोक
प्रशासन ने गौरक्षक नेता बिट्टू बजरंगी को यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं दी है। साथ ही उनके सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी सस्पेंड कर दिया गया है। प्रशासन का मानना है कि बिट्टू बजरंगी के सक्रियता से स्थिति और बिगड़ सकती है। इसके अलावा, सोमवार सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक बोतल और खुले कंटेनरों में पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है। यह कदम प्रशासन ने इसलिए उठाया है ताकि पेट्रोल और डीजल का गलत इस्तेमाल न हो सके, और कोई उपद्रवी तत्व इसका दुरुपयोग न करें।
सुरक्षा व्यवस्था अलर्ट पर: ड्रोन, बम स्क्वॉड और कमांडो तैनात
इस बार प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई कसर नहीं छोड़ी है। नूंह में 2,500 पुलिस जवान, 14 DSP, 28 नाके, 4 ड्रोन, 21 वीडियो कैमरे, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और कमांडो यूनिट तैनात कर दी गई है। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी रखने के लिए एक अलग टीम बनाई गई है, जो किसी भी भड़काऊ गतिविधि पर कड़ी नजर रखेगी। प्रशासन की इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य किसी भी संभावित हिंसा या असहमति को समय रहते नियंत्रित करना है।
स्कूलों की छुट्टियां और मांस की बिक्री पर रोक
इस यात्रा के दौरान न केवल सुरक्षा बढ़ाई गई है, बल्कि प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है। साथ ही यात्रा मार्ग पर धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हुए मांस की बिक्री पर 24 जुलाई तक रोक लगा दी गई है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि माहौल शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण रहे।
ADGP की सख्त चेतावनी: अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर भड़काऊ या गलत जानकारी फैलाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के साथ मिलकर शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखें।