POK Protest Against Pakistan: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में हालात बेहद चिंताजनक हो चुके हैं। मुजफ्फराबाद और आसपास के इलाकों में भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और पाकिस्तानी फौज की कार्रवाई ने इसे और भड़का दिया है। अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक, पुलिस और रेंजर्स की गोलीबारी में 12 लोगों की जान जा चुकी है, दर्जनों घायल हैं। इस बीच इंटरनेट शटडाउन और हिंसा ने पूरे PoK को एक ‘ब्लैकआउट जोन’ बना दिया है।
अपने ही लोगों पर फायरिंग, नेताओं ने लगाई लानत | POK Protest Against Pakistan
स्थानीय नेताओं और संगठनों ने पाकिस्तान पर सीधा आरोप लगाया है कि वह PoK को एक उपनिवेश की तरह चला रहा है। ‘ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी’ के नेता शौकत नवाज मीर ने कहा कि यह रियासत अब ‘डायन’ बन चुकी है, जो अपने ही बच्चों को खा रही है। उनका कहना था कि “आजाद कश्मीर” सिर्फ नाम का है, असल में यहां कोई आजादी नहीं। यहां के लोगों को उनके बुनियादी हकों के लिए भी गोलियों का सामना करना पड़ रहा है।
मुजफ्फराबाद की सड़कों पर खून और गुस्सा
रविवार को मुजफ्फराबाद की गलियां नारों से गूंज उठीं— “कातिलों जवाब दो, खून का हिसाब दो”। प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे आम लोगों पर फायरिंग हुई, जिसमें 8 प्रदर्शनकारियों की मौके पर ही मौत हो गई। वायरल वीडियो में देखा गया कि घायल प्रदर्शनकारी इलाज के बिना अस्पतालों में तड़प रहे हैं, वहीं कुछ वीडियो में पाकिस्तानी रेंजर्स खुद भीड़ के गुस्से का शिकार होते नजर आए।
इंटरनेट ब्लैकआउट: आवाज़ को दबाने की साजिश
पाकिस्तानी प्रशासन ने पूरे PoK में संचार सेवाएं बंद कर दी हैं। न इंटरनेट चल रहा है, न फोन काम कर रहे हैं। जेनेवा में UNHRC के 60वें सत्र में UKPNP के नेता सरदार नासिर अजीज खान ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा, “3 मिलियन कश्मीरी घेराबंदी में हैं। न कोई हथियार उठा रहा है, न हिंसा कर रहा है। ये लोग सिर्फ रोटी, पानी और हक मांग रहे हैं और बदले में मिल रही है गोलियां।”
ब्रिटेन में भी उठी PoK की आवाज
ब्रिटेन की ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (APPG) ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए वहां की सरकार से कार्रवाई की मांग की है। ब्रिटिश सांसद इमरान हुसैन ने कहा कि संचार बंद होने से उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग अपने परिवारों से संपर्क नहीं कर पा रहे। APPG ने इसे सीधा मानवाधिकार उल्लंघन बताया है।
अंतरराष्ट्रीय दबाव में पाकिस्तान
लंदन हो या जेनेवा, पाकिस्तान के खिलाफ विरोध की आवाजें तेज हो गई हैं। UKPNP के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों की आवाज दबाना चाहता है, लेकिन लोग शांतिपूर्ण तरीकों से संघर्ष जारी रखेंगे। ब्रिटेन में पाकिस्तानी दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने ‘कातिलों जवाब दो’ के नारे लगाए।