UPPSC Candidates Protest: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा पीसीएस-2024 प्रारंभिक और आरओ-एआरओ 2024 प्रारंभिक परीक्षा (RO/ARO Preliminary Exam 2024) दो दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन लागू करने के फैसले का छात्रों ने विरोध शुरू कर दिया है। आयोग के इस फैसले के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने आज 11 नवंबर को प्रयागराज स्थित लोक सेवा आयोग का घेराव किया। हजारों की संख्या में अभ्यर्थी लोक सेवा आयोग चौराहे पर एकत्र हुए और नारेबाजी की। इस दौरान छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिस से भी भिड़ंत हुई। लोक सेवा आयोग के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है।
नॉर्मलाइजेश प्रक्रिया का विरोध- UPPSC Candidates Prayagraj Protest
प्रतियोगी छात्र नॉर्मलाइजेश की प्रक्रिया को चुनौती दे रहे हैं। उनकी इच्छा है कि पीसीएस प्री 2024, आरओ और एआरओ प्री 2023 की परीक्षाएं एक ही दिन एक ही शिफ्ट में हों। दो दिन पहले प्रतियोगी छात्रों ने लोक सेवा आयोग पर अहिंसक गांधीवादी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि विरोध अनिश्चितकालीन है। जब तक आयोग से उन्हें एक ही दिन और शिफ्ट में परीक्षा कराने की गारंटी नहीं मिल जाती, तब तक विरोध जारी रहेगा।

भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सुबह से ही यूपी लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आयोग के चारों ओर बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस बल तैनात किया गया है। मौके पर वज्र वाहन, फायर ब्रिगेड और आरएएफ को भी तैनात किया गया है। वहीं छात्रों में भी जबरदस्त गुस्सा देखने को मिल रहा है। छात्र लगातार आक्रामक होते जा रहे हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन ने भी हालात को संभालने की पूरी तैयारी कर ली है. दोनों तरफ से झड़प देखने को मिल रही है।

छात्रों के प्रदर्शन (UPPSC Candidates Prayagraj Protest) को देखते हुए एडीसीपी सिटी अभिषेक भारती भी मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे प्रदर्शन के लिए निर्धारित स्थान पर जाकर प्रदर्शन करें और अपना ज्ञापन सौंपें। लेकिन, छात्र मानने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। छात्रों के प्रदर्शन के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है। सड़कों पर जाम लगने लगा है।
आयोग के फैसले को नियम विरुद्ध बताया
आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2024 और आरओ/एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षा का कार्यक्रम जारी किया था। इसमें आयोग की ओर से इन परीक्षाओं के लिए दो दिन तय किए गए हैं। आयोग के इस फैसले के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने मोर्चा खोल दिया। प्रतियोगी छात्र दो दिन में परीक्षा कराने के आयोग के फैसले के साथ ही रिफाइनमेंट और स्केलिंग व्यवस्था का भी विरोध कर रहे हैं।
आपको बता दें कि पीएससी प्री-2024 की परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को होनी है। आरओ/एआरओ प्रारंभिक 2023 की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को होगी। छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण ये परीक्षाएं भी बाधित हो सकती हैं। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है।
और पढ़ें: दो साल तक अमेरिका ने भारत को नहीं दिया तेजस लड़ाकू विमान के लिए इंजन, मोदी सरकार ने लगाया जुर्माना
