Rampur News: उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। अजीम नगर थाना क्षेत्र की एक विवाहिता ने पंचायत मंच पर खड़े होकर ऐसा अनोखा प्रस्ताव रखा कि पति, पंचायत सदस्य और गांव वाले एक ही पलों में सन्न रह गए। उसने साफ कहा कि वह महीने के 15 दिन अपने पति के साथ और बाकी 15 दिन अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है।
और पढ़ें: Rajasthan News: 55 साल की रेखा बनीं 17वीं बार मां, जनसंख्या नीति को दिखाया आईना
10 बार अपने प्रेमी के साथ भागी- Rampur News
इस कहानी में नया ट्विस्ट तब आया जब पता चला कि महिला अब तक 10 बार अपने प्रेमी के साथ भाग चुकी है। शादी होने के डेढ़ साल के अंदर उसका प्रेम प्रसंग शुरू हो गया, जिसकी वजह से उसे हर बार पंचायत या पुलिस की मदद से पति के घर वापस लाया गया। लेकिन अफसोस कि हमेशा प्रेमी का प्रभाव ज्यादा भारी रहा।
आठ दिन पहले आया झटका
आठ दिन पहले यह सिलसिला जारी रहा: पत्नी दसवीं बार प्रेमी के साथ चली गई। पति ने थाने में गुहार लगाई, पुलिस ने महिला को प्रेमी के घर से पकड़कर वापस लाया। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से वह सिर्फ एक रात पति के घर रही और अगली सुबह फिर प्रेमी के पास निकल गई!
पंचायत में राखी गई ’15‑15′ डिमांड
अब तक लोग सिर्फ बातें सुनते थे, लेकिन इस बार मामला सीधा पंचायत में जा पहुंचा। पति ने सबके सामने हाथ जोड़कर पत्नी से वापस आने की गुहार लगाई। एक पल को लगा कि अब शायद सब ठीक हो जाएगा। लेकिन तभी महिला ने कुछ ऐसा कह दिया कि वहां मौजूद हर इंसान दंग रह गया।
उसने बड़ी ठंडक से कहा:
“मैं महीने के 15 दिन अपने पति के साथ रहूंगी और बाकी 15 दिन अपने आशिक के पास।”
ये सुनते ही पंचायत का माहौल एकदम ठहर गया। सब जैसे सकते में आ गए। ऐसा लग रहा था मानो किसी फिल्म का सीन चल रहा हो लेकिन ये हकीकत थी, और गांव की जमीन पर हो रहा था।
पति ने खुद ही दे दिया प्रेमी को ‘मोरैक्ट’
इसके बाद पति ने हाथ जोड़कर कहा:
“मुझे माफ करो… अब तुम अपने प्रेमी के साथ ही रहो।”
और बिना किसी तकरार या जोर-ज़बर्दस्ती के, पत्नी को प्रेमी के पास छोड़ दिया। पति वापस घर चला गया।
गांव में 15‑15 डिफॉर्मूला बना चर्चा का पावरहाउस
यह फॉर्मूला ‘15 दिन पति, 15 दिन प्रेमी’ अब गांव-गांव चर्चा में छाया हुआ है। बुजुर्ग कह रहे हैं कि उन्होंने कभी भी ऐसा मामला नहीं देखा। पंचायतें आमतौर पर समझौता करवाती हैं कहीं समझाने की कोशिश, कहीं थोड़ी सुलह। लेकिन इस मौके ने रिश्तों की परंपरा को सबसे असामान्य तरीके से चुनौती दी है।