Who is Sajid Jatt: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने सोमवार, 15 दिसंबर को जम्मू की विशेष अदालत में पहलगाम आतंकी हमला मामले में सात आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। इस मामले में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और उसके प्रॉक्सी ग्रुप द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकवादी शामिल हैं। चार्जशीट में आतंकवादी साजिद जट्ट का नाम भी शामिल है, जिसे इस हमले का मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है।
चार्जशीट में शामिल पाकिस्तानी आतंकवादी (Who is Sajid Jatt)
NIA की चार्जशीट में उन तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों का भी नाम है, जिन्हें जुलाई में श्रीनगर के पास सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया था। इनकी पहचान सुलेमान शाह, हबीब ताहिर उर्फ़ जिब्रान और हमजा अफगानी के रूप में हुई। चार्जशीट में आरोपियों की भूमिका, पाकिस्तान से मिली मदद और मामले में उपलब्ध सहायक सबूतों का जिक्र किया गया है।
LeT/TRF पर पहलगाम हमले की योजना बनाने, हमलावरों को सुविधा देने और हमले को अंजाम देने के आरोप भी लगाए गए हैं। यह साफ़ संकेत है कि यह हमला सीमा पार बैठे आतंकवादी संगठनों की साजिश का हिस्सा था।
साजिद जट्ट कौन है?
साजिद जट्ट लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर और TRF का ऑपरेशनल चीफ है। उसे कई नामों से जाना जाता है, जैसे- सैफुल्लाह, नुमी, नुमान, लंगड़ा, अली साजिद, उस्मान हबीब और शनि। अक्टूबर 2022 में उसे यूए(पीए) कानून के तहत ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ घोषित किया गया।
जांच एजेंसियों का शक है कि वह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से TRF के संचालन और घाटी में भर्ती, फंडिंग और घुसपैठ का काम करता है। इसके अलावा साजिद जट्ट पर 2023 का ढांगरी नरसंहार, मई 2024 में पुंछ एयरफोर्स काफिले पर हमला और जून 2024 में रियासी बस हमले जैसे घटनाओं का मास्टरमाइंड होने का आरोप है।
साजिद जट्ट को कश्मीर में आतंकी नेटवर्क में सबसे खतरनाक व्यक्ति माना जाता है और वह हाइब्रिड आतंकवादियों को लॉजिस्टिकल और ऑपरेशनल सपोर्ट दे रहा है।
चार्जशीट में लगे आरोप
NIA ने चार्जशीट में आरोपियों के खिलाफ भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने, आर्म्स एक्ट और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा दो स्थानीय लोगों परवेज अहमद और बशीर अहमद पर भी आरोप लगे हैं। इन लोगों को 22 जून को आतंकियों को पनाह देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पूछताछ के दौरान दोनों ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की पहचान की थी और बताया था कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं और LeT से जुड़े हैं।
पाकिस्तान की संलिप्तता का खुलासा
चार्जशीट में साजिद जट्ट और दूसरे हैंडलर्स के ज़रिए पाकिस्तान की सीधी भागीदारी के सबूत भी पेश किए गए हैं। CNN-News18 की रिपोर्ट पहले ही बता चुकी थी कि TRF को पाकिस्तान स्थानीय कश्मीरी संगठन के रूप में पेश करता है, जबकि इसके संचालन की डोर साजिद जट्ट के हाथ में है। NIA की जांच ने यह पुष्टि की है कि घाटी में खून-खराबे की योजना सीमा पार बैठे आतंकवादियों ने ही बनाई थी।
NIA की चार्जशीट से यह साफ़ हो गया है कि पहलगाम आतंकवादी हमला सिर्फ़ एक स्थानीय घटना नहीं थी, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों द्वारा रची गई साज़िश का हिस्सा था। साजिद जट्ट के नेतृत्व वाले TRF और LeT की इसमें शामिल होने से हमले की क्रूरता और बढ़ गई। आठ महीने लंबी वैज्ञानिक जांच के बाद हुआ यह खुलासा भारत की सुरक्षा बलों और कानून प्रवर्तन के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।








