Udaipur Files: राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल साहू हत्याकांड पर आधारित फिल्म उदयपुर फाइल्स की रिलीज को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण सुनवाई हुई। फिल्म की रिलीज को लेकर दाखिल की गई याचिका पर सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील गौरव भाटिया ने कहा कि फिल्म की रिलीज़ रात 12 बजे के बाद तय थी, लेकिन हाई कोर्ट का फैसला रात 8 बजे आया, जिसके कारण फिल्म के निर्माताओं को भारी नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कोर्ट से अनुरोध किया कि अगर सरकार कल तक इस मामले पर फैसला लेती है, तो वे शुक्रवार को फिल्म को रिलीज़ कर सकेंगे।
सुप्रीम कोर्ट का रुख- Udaipur Files
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत ने इस मामले में सरकार को थोड़ा समय देने की बात की। उन्होंने कहा कि यह सही नहीं होगा कि हम सरकार से कल तक निर्णय लेने को कहें। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि ऐसे मामलों में जल्द फैसला लिया जाना चाहिए, लेकिन सरकार को अपने स्तर पर समय चाहिए हो सकता है। उन्हें आरोप-प्रत्यारोप के मद्देनजर फिल्म को देखना पड़ सकता है, और फिर फैसले के लिए समय लग सकता है।
वकील मेनका गुरुस्वामी की आपत्ति
इस फिल्म के बारे में कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी जावेद के वकील मेनका गुरुस्वामी ने अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि फिल्म दो ऐसे मामलों पर आधारित है जो अभी भी अदालत में विचाराधीन हैं, जिसमें कन्हैयालाल हत्याकांड और ज्ञानवापी मस्जिद विवाद शामिल हैं। उनका कहना था कि फिल्म में अदालतों को खास तरीके से फोकस किया गया है, और यह समाज में विद्वेष फैलाने वाला और अदालत की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाला हो सकता है।
इस पर जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि न्यायपालिका की आलोचना होती रहती है, और वे इस आलोचना के आदी हैं।
निर्माताओं को मिली धमकियां
वहीं, याचिकाकर्ता के वकील गौरव भाटिया ने यह भी बताया कि फिल्म के निर्माता और निर्देशक को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि एक FIR दर्ज की गई है और दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्हें सुरक्षा प्रदान की जा सकती है। उन्होंने फिल्म के निर्माता और निर्देशक को धमकियां मिलने की पुष्टि की, और कहा कि यह बेमानी है कि फिल्म पर काम न करने की धमकी दी जा रही है।
कपिल सिब्बल का बयान
वहीं, हाई कोर्ट में याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए कपिल सिब्बल ने भी फिल्म के कंटेंट पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की। सिब्बल ने कहा कि जब उन्होंने फिल्म देखी, तो वह पूरी तरह से हिल गए थे। उनका मानना था कि फिल्म पूरी तरह से एक समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाली है और यह हिंसा को बढ़ावा देती है। उनका कहना था कि इसमें एक समुदाय का कोई सकारात्मक पहलू नहीं दिखाया गया है और यह एक दुर्लभ और खतरनाक मामला है।
सुप्रीम कोर्ट का अगला कदम
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले में केंद्र की वैधानिक कमेटी के फैसले का इंतजार करेगा, जो 21 जुलाई को इस पर विचार करेगा। कोर्ट ने कहा कि कमेटी बिना वक्त गवाएं इस मामले पर तुरंत फैसला करे। सुप्रीम कोर्ट ने संविधान के अनुच्छेद 21 (जीने का अधिकार) और अनुच्छेद 19 (अभिव्यक्ति का अधिकार) के बीच संतुलन बनाने की बात की और कहा कि अभिव्यक्ति का अधिकार जीने के अधिकार से पहले आता है।
फिल्म का आधार
उदयपुर फाइल्स फिल्म 2022 में राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल साहू हत्याकांड पर आधारित है। इस हत्याकांड में दो लोगों ने मिलकर कन्हैयालाल का गला काटकर हत्या कर दी थी। इस फिल्म के निर्माता अमित जानी और निर्देशक ने इस दिल दहला देने वाली घटना को पर्दे पर उतारने का फैसला किया है, जो अब रिलीज़ होने के लिए तरस रही है।