UP Police: कानपुर के रहने वाले एक युवक का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने अपने साथ हुई पुलिस ज्यादती की कहानी सुनाते-सुनाते फूट-फूटकर रोता दिखाई दे रहा है। युवक का नाम सत्यम त्रिवेदी बताया जा रहा है और उसने एक थानाध्यक्ष पर जातिगत गालियां देने, बुरी तरह पीटने और अपमानित करने का गंभीर आरोप लगाया है।
अखिलेश यादव के सामने छलका दर्द- UP Police
पूरा मामला तब सामने आया जब सपा नेता और कानपुर महानगर युवजन सभा अध्यक्ष अर्पित त्रिवेदी, सत्यम को लेकर लखनऊ पहुंचे। यहां सत्यम ने अखिलेश यादव से मुलाकात की और कैमरों के सामने रोते हुए अपनी पूरी आपबीती सुनाई। उसने बताया कि पनकी थाने के इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने न सिर्फ उसे जातिसूचक शब्द कहे, बल्कि उसे जमीन पर बैठाकर 25 बार जूते से मारा।
वायरल वीडियो में कानपुर युवक अखिलेश यादव के सामने अपने साथ हुई पुलिसिया बर्बरता की कहानी को बयां करते-करते फूट-फूटकर रोते हुए दिख रहा है। सत्यम बर्बरता की कहानी बताते हुए वह कहता है कि पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने उसको जूते मारे। यही नहीं जाति सूचक गालियां भी दीं। pic.twitter.com/qdMqEb0u8u
— deep pandey the journalist (@deep90writer) August 26, 2025
सत्यम की बात सुनते हुए अखिलेश यादव ने उसे इंसाफ दिलाने का भरोसा दिलाया और कहा कि पार्टी इस मामले में पूरी तरह उसके साथ खड़ी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में उचित कार्रवाई करवाई जाएगी।
क्या है पूरा मामला?
सत्यम त्रिवेदी पनकी थाना क्षेत्र के रतनपुर का रहने वाला है। उसके मुताबिक 25 अप्रैल को उसके पड़ोसी से घर के बाहर नाली को लेकर कहासुनी हो गई थी। इसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे। वहां सत्यम का आरोप है कि पुलिस ने पक्षपात किया। उसने कहा कि उसके पड़ोसी को कुर्सी पर बैठाया गया, जबकि उसे जमीन पर बिठाया गया।
इसी दौरान इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया, जातिसूचक गालियां दीं और फिर जूते से बुरी तरह पीटा। सत्यम का कहना है कि उसने कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हुई।
पुलिस का क्या कहना है?
वहीं, इस मामले में पनकी इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह ने सत्यम के आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि सत्यम खुद पहले से विवादों में रहा है और उसके खिलाफ पनकी, गुजैनी समेत कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। इंस्पेक्टर ने दावा किया कि सत्यम ने ही पहले अपने पड़ोसी के साथ मारपीट की थी और अब वह झूठे आरोप लगाकर मामले को तूल दे रहा है।
जांच जारी है
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने अब मामले की जांच एडीसीपी पश्चिम को सौंप दी है। पुलिस विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि क्या वाकई थाने में सत्यम के साथ गलत व्यवहार हुआ था या नहीं।
राजनीति में हलचल
इस पूरे मामले ने सियासी रंग भी ले लिया है। अखिलेश यादव का इस मुद्दे पर सामने आना और सत्यम को सार्वजनिक मंच पर न्याय का आश्वासन देना, यूपी की राजनीति में एक बड़ा संदेश देता है। खासकर उस वक्त जब विपक्ष लगातार कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।
और पढ़ें: MP News: 15 अगस्त को एक लड्डू कम क्या मिला… भिंड के भाईसाहब ने सीधा CM हेल्पलाइन में ठोक दी शिकायत!