Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में मंत्री एके शर्मा जब स्थानीय व्यापारियों से बिजली की कमी की शिकायत सुन रहे थे, तो उन्होंने न केवल शिकायत को नजरअंदाज किया, बल्कि ‘जयश्रीराम’ और ‘जय बजरंग बली’ के धार्मिक नारे लगाकर अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए। यह घटना बुधवार को जौनपुर से सुल्तानपुर जाते वक्त सूरापुर कस्बे में घटी। व्यापारियों का आरोप है कि मंत्री ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया और बस धार्मिक नारेबाजी करते हुए वहां से चले गए।
क्या था विवाद? (Uttar Pradesh News)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऊर्जा मंत्री एके शर्मा बुधवार को जौनपुर के सुंइथाकला ब्लॉक में आयोजित ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। जब उनका काफिला सूरापुर कस्बे में पहुंचा, तो स्थानीय व्यापारियों ने उन्हें रोक लिया और अपनी समस्याएं बताई। व्यापारी, जो बिजली की कमी से जूझ रहे थे, ने मंत्री से शिकायत की कि कस्बे में केवल तीन से चार घंटे बिजली मिलती है। उनका कहना था कि एसडीओ ने आदेश दिया है कि बिजली केवल 11 बजे से 3 बजे तक मिलेगी, जिससे व्यापारियों को भारी परेशानी हो रही है।
पब्लिक: सर, बिजली नहीं आ रहा है, बहुत परेशान है बस 3 घंटे बिजली आता है।
उत्तर प्रदेश बिजली मंत्री: ठीक है, जय श्री राम- जय श्री राम।
पब्लिक: जय श्री राम।
– और मंत्री जी चले जाते है।
उत्तर प्रदेश की जनता यही डिज़र्व करती है।pic.twitter.com/JXuqFZ7aPA
— Dr Nimo Yadav 2.0 (@DrNimoYadav) July 10, 2025
इस दौरान व्यापारियों ने मंत्री का स्वागत भी किया और हनुमानजी की तैलीय तस्वीर भेंट की, लेकिन मंत्री ने उनकी समस्याओं पर ध्यान देने की बजाय धार्मिक नारे लगाना शुरू कर दिया। उन्होंने ‘जयश्रीराम’ और ‘जय बजरंग बली’ के नारे लगाए और अपनी कार में बैठकर आगे बढ़ गए।
व्यापारियों ने दी थी ज्ञापन
सूरापुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष वीके अग्रहरि विजय की अगुवाई में व्यापारियों ने मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा। इस ज्ञापन में चार प्रमुख मांगें थीं:
- सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाना।
- जर्जर तारों को बदलना।
- सूरापुर और करौदीकला में लगे ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता 10-10 एमवीए तक बढ़ाना।
- बाजार का फीडर गांव के फीडर से अलग करना।
हालांकि, इन मांगों पर मंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और न ही इन मुद्दों को गंभीरता से लिया।
सामाजिक मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विभिन्न प्रतिक्रियाओं का सामना कर रहा है। कई यूजर्स ने इसे प्रशासन की लापरवाही और मंत्री के गैर-जिम्मेदाराना रवैये के रूप में देखा। एक यूजर ने लिखा, “3 घंटे बिजली देकर 24 घंटे का धार्मिक पैकेज थोप दिया गया है।” वहीं एक और यूजर ने कहा, “जनता इस रवैये को डिजर्व करती है।”
कुछ यूजर्स ने वीडियो को एडिटेड भी करार दिया, जबकि कुछ अन्य ने इस पर मंत्री के रवैये को निशाना बनाया। वहीं कुछ ने इसे जनता की गलती बताते हुए कहा कि मंत्री जी को जनता ने ही चुना है।