अब बुर्के को लेकर विवाद: योगी सरकार के मंत्री ने बताया इसे 'कुप्रथा', कर डाली ये मांग!

अब बुर्के को लेकर विवाद: योगी सरकार के मंत्री ने बताया इसे 'कुप्रथा', कर डाली ये मांग!

बीजेपी के नेता इन दिनों अपने विवादित बयान को
लेकर काफी सुर्खियों में बने हैं। फटी जींस को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ
सिंह रावत ने सवाल उठाए, तो इस पर काफी विवाद हुआ। ये मामला अभी तक पूरी तरह से
ठंडा भी नहीं पड़ा था कि इसी बीच योगी सरकार के मंत्री ने एक और बड़ा बयान देकर
नया हंगामा खड़ा कर दिया। मंत्री ने बुर्के को अमानवीय व्यवहार और कुप्रथा करार
दिया।

‘बुर्के से मुक्ति…’

ये बयान दिया उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य
राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला ने। उन्होनें कहा कि देश में तीन तलाक की तरह ही मुस्लिम
महिलाओं को बुर्के से  मुक्ति दिलाई जाएगी।
इसके लिए महिलाओं पर किसी तरह का दबाव नहीं होगा। वो अपनी स्वेच्छा से इसका इस्तेमाल
कर पाएंगीं।

आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि अधिकतर मुस्लिम
देशों में बुर्के के इस्तेमाल पर पाबंदी हैं। वो देश जिनकी सोच विकसित हैं, वहां
पर ना तो बुर्का पहना जा रहा और ना ही इसको बढ़ावा दिया जा रहा हैं।

‘बीजेपी को जींस और बुर्के से आपत्ति’ 

मंत्री के बयान को लेकर समाजवादी पार्टी की नेता
सुमैया राना ने पलटवार किया। उन्होनें कहा कि बीजेपी वाली दोमुहा सांप हैं। उनको
जींस से आपत्ति है और बुर्के से भी। बुर्के को बैन करने की बात ही क्यों हो रही है
? बैन घूंघट पर भी लगे। सुमैया ने
कहा कि उनका ये मानना है कि बुर्का उन लोगों का सुरक्षा कवच है।

अजान को लेकर भी हुआ था विवाद

आपको बता दें कि इससे पहले मंत्री आनंद स्वरूप
शुक्ला ने बलिया के डीएम को एक चिट्ठी अजान के लिए इस्तेमाल होने वाले लाउडस्पीकर की
आवाज को लेकर लिखी थीं। जिसमें ये कहा गया था कि तड़के 5 बजे अजान शुरू होती है और
फिर इसके बाद कई तरह की सूचनाएं प्रसारित होती हैं। जिसकी वजह से आम लोगों को
समस्याएं होती हैं। आम लोग डायल 112 पर कॉल करके मस्जिद में लगाए गए लाउडस्पीकर की
वजह से हो रही दिक्कतों के बारे में सूचना दे सकते हैं। वो बोले कि डीएम को जो
पत्र लिखा अगर उस पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वो आगे कदम उठाएंगे।

गौरतलब है कि बीते दिनों यूपी में अजान को लेकर
विवाद तब शुरू हुआ था, जब प्रयागराज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर
संगीता श्रीवास्तव ने स्थानीय प्रशासन को एक चिट्ठी लिखी। इसमें जिसमें उन्होंने
अजान की आवाज की वजह से नींद में खलल होने की बात कही थी। जिसके बाद काफी बवाल
मचा। हालांकि उनकी शिकायत पर एक्शन लेते हुए स्थानीय प्रशासन ने मस्जिद के लाउड
स्पीकर की आवाज कम करवाई और साथ में उसका रूख भी बदल  दिया था। 

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