Zakir Naik AIDS News: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक चौंकाने वाला दावा तेजी से फैल रहा है कि विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को एड्स (AIDS) हो गया है और वो मलेशिया के एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। यह खबर इतनी तेजी से वायरल हुई कि कई लोग इसे सच मानने लगे। लेकिन अब इस पूरे मामले पर खुद जाकिर नाइक के वकील ने चुप्पी तोड़ी है और इसे पूरी तरह से फर्जी, बेबुनियाद और बदनाम करने वाली साजिश बताया है।
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अफवाह कहां से उड़ी? Zakir Naik AIDS News
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि जाकिर नाइक को एक्वायर्ड इम्यूनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (AIDS) हो गया है और वह मलेशिया की क्लैंग घाटी में एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। दावा यह भी किया गया कि उनकी हालत गंभीर है और उन्हें गुपचुप तरीके से इलाज मिल रहा है। इन खबरों ने देखते ही देखते कई प्लेटफॉर्म्स पर तूल पकड़ लिया।
वकील ने क्या कहा?
जाकिर नाइक के वकील अकबरदीन अब्दुल कादिर ने इन सभी खबरों को झूठा करार देते हुए कहा कि यह एक सुनियोजित साजिश है, जो नाइक की छवि को धूमिल करने के लिए चलाई जा रही है। उन्होंने मलेशियाई न्यूज़ पोर्टल ‘मलेशियाकिनी’ से बातचीत में साफ किया कि,
“इन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है। ये बातें न सिर्फ झूठी हैं बल्कि दुर्भावनापूर्ण भी हैं।”
वकील के मुताबिक, नाइक की सेहत बिलकुल ठीक है और जब वह पिछली बार उनसे मिले थे, तब वो एकदम स्वस्थ नजर आ रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि जाकिर नाइक अब यह पता लगाने की प्रक्रिया में हैं कि आखिर इन झूठी खबरों के पीछे कौन लोग हैं। हो सकता है कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए।
क्यों उड़ रही हैं ऐसी अफवाहें?
वकील अकबरदीन ने इशारा किया कि इस तरह की अफवाहें जाकिर नाइक की लोकप्रियता और धार्मिक प्रभाव को देखते हुए फैलाई जा रही हैं। उनका मानना है कि कुछ लोग नाइक की छवि को नुकसान पहुंचाने के मकसद से यह सब कर रहे हैं।
कौन है जाकिर नाइक?
जाकिर नाइक, जिनका पूरा नाम जाकिर अब्दुल करीम नाइक है, पहले पेशे से एक डॉक्टर थे, लेकिन 1991 के बाद उन्होंने पूरी तरह से इस्लामी प्रचारक के रूप में काम करना शुरू किया। वे खुद को धर्मगुरु नहीं, बल्कि इस्लाम के प्रचारक और विद्वान बताते हैं। हालांकि, उन पर आरोप है कि उनके भाषणों में कट्टरपंथ और धार्मिक उन्माद को बढ़ावा मिलता है।
वह इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और पीस टीवी के संस्थापक हैं। दुनिया के प्रभावशाली इस्लामी चेहरों में भी उनका नाम लिया जाता है, लेकिन भारत में उन पर मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगे हैं। यही वजह है कि 2017 में वह भारत छोड़कर मलेशिया भाग गए और तब से वहीं रह रहे हैं।
भारत से फरार, मलेशिया में ‘सरकारी संरक्षण’
बता दें, भारत सरकार ने जाकिर नाइक के खिलाफ जांच एजेंसियों को सक्रिय किया था, लेकिन उसके पहले ही वो मलेशिया में शरण ले चुके थे। वहां उन्हें कुछ हद तक सरकारी संरक्षण भी मिला हुआ है। पिछले साल उन्होंने पाकिस्तान का दौरा भी किया था, जिसके बाद उनकी आलोचना और ज्यादा तेज हो गई थी।
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