दिल्ली पुलिस समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी जानी जाती है.अब दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने 7 दिसंबर को त्यागराज स्टेडियम में ‘पुलिस अंकल कार्यक्रम’ की शुरुआत की.पटनायक ने कहा कि बाल अपराध से जुड़े कानून के बारे में हर वर्ग में जागरूकता लाना बेहद ज़रूरी है.उन्होंने कहा कि अभिभावक और अध्यापकों के साथ-साथ हम सभी मिलकर बच्चों में भी नियम कानूनों के प्रति उचित समझ विकसित करें.इससे न सिर्फ बच्चों और किशोरों को अपने अधिकारों व कानूनों के बारे में पता चल सकेगा बल्कि वह अपने कर्तव्य को लेकर भी जागरूक होंगे.इसी कार्यक्रम में दक्षिण रेंज के आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने इस मौके पर प्रोटेक्शन ऑफ़ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल आफेंसेज (पॉक्सो) एक्ट सहित बाल अधिकार व विशेष संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने पॉक्सो एक्ट के बारे में बताया कि यह कानून 18 साल तक के बच्चों के लिए है.जिसमें बच्चों से संबधी अपराध या उनके शोषण को अपराध की शैली में शामिल किया जाता है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशअनुसार हमे इस कानून के बारे में लोगों को जागरूक करना है.इस अभियान में इसके अलावा लैंगिक अपराध, तस्करी व बाल मजदूरी के बारे में भी विशेष जानकारियां दी जाएगी.उन्होंने कहा कि ‘पुलिस अंकल’ असल में एक अभियान की तरह है.इसके तहत अलग-अलग स्कूलों के पांच हजार बच्चों को कानून के प्रति जागरूक किया जाएगा.साथ ही पुलिस की कार्यप्रणाली से रूबरू करवाया जाएगा.जिससे कि भविष्य में वही बच्चे समाज की मुख्यधारा में शामिल हों तो कानून व्यवस्था में उनकी भागीदारी अहम साबित होगी.
इस अभियान से यह भी होगा कि बच्चों को अपराध और अपराधियों के खिलाफ जागरूक करने में मदद मिलेगी. जो कि समाज के लिए भविष्य में बेहतर रहेगा और आने वाला समाज अपराध मुक्त हो सकेगा.बता दें कि इस कार्यक्रम में दिल्ली के तमाम उच्च पुलिस अधिकारी एवं बहुत से पुलिसकर्मी मौजूद थे.
(हसन हैदर)