नई दिल्ली। रेलवे के लिये बिजली, डीजल इंजन और बिजली के अन्य भारी उपकरण बना रही सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) ने मेट्रो के डिब्बे बनाने के क्षेत्र में उतरने का फैसला किया है। इसके लिये उसने जापान की कंपनी कावासाकी हैवी इंडस्ट्रीज के साथ एक करार किया है।
भेल के एक प्रवक्ता ने बताया कि शहरी परिवहन क्षेत्र में अपने कदम बढ़ाने के उद्देश्य से कंपनी ने मेट्रो के स्टील के कोच और डिब्बे बनाने के लिये जापानी कंपनी के साथ समझौता किया है। इसके तहत भेल जापानी कंपनी की मदद से देश में मेट्रो के अत्याधुनिक डिब्बों की डिजाइन, इंजीनियरिंग और निर्माण की सुविधा विकसित करेगी। करार के मुताबिक जापानी कंपनी इसके लिये लेटेस्ट टेक्नोलॉजी उपलब्ध करायेगी। करार पर भेल की ओर से निदेशक अमिताभ माथुर और जापानी कंपनी की ओर से उसके वरिष्ठ उपाध्यक्ष मकातो ओगावारा ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर भेल के अध्यक्ष और एमडी अतुल सोबती भी मौजूद थे।
भेल रेलवे के विकास में पिछले पांच दशक से भागीदार रही है। वह रेलवे को बिजली और डीजल के इंजन के अलावा ईएमयू तथा अन्य उपकरणों की आपूर्ति करती रही है। देश की पहली मेट्रो सेवा कोलकाता मेट्रो के लिये भी भेल कुछ सिस्टम बना चुकी है।
देश में इस समय मेट्रो सेवा का तेजी से विकास हो रहा है और ज्यादा से ज्यादा शहर अपने यहां मेट्रो चलाने की तैयारियों में जुटे हुये हैं। इससे देश में मेट्रो के कोच और डिब्बों की मांग तेजी से बढ़ने वाली है। इसी को देखते हुये भेल ने इस क्षेत्र में अपने कदम बढ़ाने का फैसला किया है।