Archaeologists Discover: समुद्र की गहराई में दफन दुनिया: हाथी जैसे विशालकाय जानवर, कोमोडो ड्रैगन और इंसानों के पूर्वजों के जीवाश्मों की खोज

Archaeologists Discover
source: Google

Archaeologists Discover: समुद्र की गहराई में क्या राज छिपे हो सकते हैं, इस सवाल का जवाब हाल ही में एक बड़ी खोज के रूप में सामने आया है। वैज्ञानिकों ने समुद्र के नीचे छिपी एक प्राचीन दुनिया का पता लगाया है, जो 1,40,000 सालों से दफन थी। यह प्राचीन दुनिया दक्षिण-पूर्व एशिया के समुद्र में स्थित है, जो कभी विशाल महाद्वीप सुंडालैंड का हिस्सा था। यहां मिल रहे जीवाश्म न केवल विलुप्त प्रजातियों के बारे में जानकारी दे रहे हैं, बल्कि यह इंसानों के विकास के शुरुआती दिनों से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत भी प्रदान कर रहे हैं। यह खोज वैज्ञानिकों के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है।

और पढ़ें: New World Screwworm Outbreak: आसमान से गिर रहीं हैं मौत की मक्खियां: न्यू वर्ल्ड स्क्रूवर्म के खतरों से बचने के लिए अमेरिका उठा रहा खतरनाक कदम!

सुंडालैंड: एक प्राचीन महाद्वीप का अद्भुत रहस्य- Archaeologists Discover

समुद्र की गहराई में पाई गई यह दुनिया एक समय में सुंडालैंड का हिस्सा हुआ करती थी, जो दक्षिण-पूर्व एशिया का एक बड़ा भूभाग था। यह महाद्वीप करीब 7000 से 14000 साल पहले समुद्र के जलस्तर के बढ़ने से डूब गया था। इस क्षेत्र में किए गए खुदाई कार्य से पता चला है कि यह जगह कभी इंसानों और जानवरों का घर हुआ करती थी। इस क्षेत्र में जो जीवाश्म मिले हैं, वे यह सिद्ध करते हैं कि इस क्षेत्र का महत्व न केवल जीवों के लिए, बल्कि मानव सभ्यता की शुरुआत के लिए भी बहुत था।

होमो इरेक्टस की खोपड़ी का महत्वपूर्ण अवशेष

पुरातत्वविदों को इस खुदाई के दौरान सबसे चौंकाने वाली चीज मिली है होमो इरेक्टस की खोपड़ी के टुकड़े। नीदरलैंड की लीडेन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इसे पहचान लिया और यह साबित किया कि यह इंसानों के पूर्वज हो सकते हैं। यह खोज न केवल पुरातत्व के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि मानव विकास के इतिहास को समझने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।

विलुप्त प्रजातियों के जीवाश्म: कोमोडो ड्रैगन और अन्य

इस खोज से पहले कभी न देखे गए जीवाश्मों का खुलासा हुआ है, जिनमें कोमोडो ड्रैगन, भैंस और हिरण जैसी विलुप्त प्रजातियां शामिल हैं। इन जानवरों के अवशेषों का विश्लेषण करने पर यह भी पता चला है कि होमो इरेक्टस ने इन जानवरों का शिकार करने के लिए औजारों का इस्तेमाल किया था। यह मानव विकास के इतिहास में एक महत्वपूर्ण संकेत है कि प्रारंभिक इंसान तकनीकी रूप से कितने उन्नत थे और कैसे उन्होंने अपने शिकार और भोजन के लिए उपकरणों का इस्तेमाल किया।

खुला घास का मैदान: शिकार के अनगिनत अवसर

खुदाई के दौरान वैज्ञानिकों ने एक ऐसे स्थान पर अवशेष पाए, जो एक खुला घास का मैदान था। इस प्रकार के क्षेत्रों में शिकार करने के लिए ढेर सारे संसाधन मौजूद होते हैं, और यह इंसानों के लिए एक आदर्श स्थान साबित हो सकता था। इस बात से यह भी स्पष्ट होता है कि सुंडालैंड का यह क्षेत्र शिकारियों के लिए एक उपयुक्त स्थल था, जहां न केवल जानवरों के शिकार की सुविधा थी, बल्कि यह जीवन के लिए जरूरी सभी संसाधनों से भरपूर था।

13 फुट ऊंचे हाथी जैसे विशालकाय जानवर के अवशेष

इस क्षेत्र से एक और दिलचस्प खोज हुई है, जिसमें स्टेगोडोन नामक एक विशालकाय हाथी जैसे जानवर के अवशेष मिले हैं। अनुमान के मुताबिक, इस जानवर की ऊंचाई लगभग 13 फुट तक रही होगी, जो किसी भी सामान्य हाथी से कहीं ज्यादा विशाल था। इस जानवर के अवशेष यह सिद्ध करते हैं कि इस प्राचीन महाद्वीप में विशालकाय जानवरों का वास था, जो आज विलुप्त हो चुके हैं।

और पढ़ें: East-Africa Tectonic Plates Separation: धरती के नीचे हो रहा बड़ा बदलाव, अफ्रीका टूटकर बनेगा नया महासागर – वैज्ञानिकों का चौंकाने वाला दावा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here