Automobiles sales: हाल ही में, फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने डेटा साझा किया, जो दर्शाता है कि बीते फेस्टिव सीजन के दौरान ऑटो सेक्टर में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री देखी गई, 42-दिनों के दौरान 40.24 लाख वाहन बेचे गए।जिसमे लोगों ने खरीद डाली 32 लाख से ज्यादा बाइक यह आँकड़ा अक्टूबर महीने के लिए फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) द्वारा जारी किया गया है।
खुदरा बिक्री में 21 फीसदी की ग्रोथ
अक्टूबर 2025 तक खुदरा वाहनों की बिक्री तेज़ी से बढ़कर लगभग 4.024 मिलियन यूनिट (4,023,923 यूनिट) हो गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 40.5% की वृद्धि है। यह यात्री वाहनों और 2 व्हीलर्स वाहनों, दोनों के लिए अब तक का सबसे अधिक मासिक बिक्री आँकड़ा है।
दरअसल इसका एक बड़ा कारण जीएसटी (GST) भी है। (जीएसटी 2.0) दरों में कमी के कारण त्योहारी सीज़न के दौरान कीमतें कम हुईं और उपभोक्ता माँग बढ़ी।
| सेगमेंट | बिक्री (यूनिट्स) | पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि |
| टू-व्हीलर | 40,52,503 | 22% |
| पैसेंजर व्हीकल | 7,66,918 | 23% |
| कमर्शियल व्हीकल | 1,39,586 | 15% |
| थ्री-व्हीलर | 1,74,189 | 9% |
| ट्रैक्टर | 97,314 | 14% |
कम जीएसटी दरों से लाखों लोगों का फायदा
दरअसल, वाहन डीलरों के संगठन फाडा के अध्यक्ष सीएस विग्नेश्वर (Chairman CS Vigneshwar) ने बताया कि किफायती कीमतों में वृद्धि और मध्यम वर्ग की खपत को बढ़ावा देने वाले जीएसटी 2.0 का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखने को मिला है। कॉम्पैक्ट और सब-4 मीटर कारों की बिक्री में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, क्योंकि टैक्स की दरों में कमी से खरीदारी का आधार व्यापक हुआ है।
वही कई डीलरों ने उल्लेख किया कि कुछ मॉडलों में खुदरा बिक्री की गति उनकी आपूर्ति से भी अधिक रही है। इसका अर्थ यह है कि बाज़ार में वाहनों की मांग उस सप्लाई से अधिक थी जो डिमांड उपलब्ध कराई गई।
3 व्हीलर्स वाहनों की भी बंपर डिमांड
FADA की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में 3 व्हीलर्स वाहनों की खुदरा बिक्री साल-दर-साल 5 प्रतिशत बढ़कर 1,29,517 इकाई हो गई, जबकि वाणिज्यिक वाहनों (commercial vehicles) की बिक्री पिछले महीने की इसी अवधि की तुलना में 18 प्रतिशत बढ़ी। वही तामम मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऑटो डीलरों के संगठन ने कहा कि जीएसटी 2.0 के निरंतर प्रभाव, स्थिर ग्रामीण आय और शादियों व फसलों की मौसमी माँग के कारण भारत का ऑटोमोटिव (Automotive) खुदरा परिदृश्य अगले तीन महीनों के लिए postive बना हुआ है।
