Fake Phone Charger Warning: स्मार्टफोन यूजर्स के लिए अलर्ट, गलत चार्जर लेने पर हो सकता है बड़ा नुकसान, सरकार ने दी चेतावनी

Fake Phone Charger Warning
Source: Google

Fake Phone Charger Warning: आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। काम हो, सफर हो या मनोरंजन, यह गैजेट हर पल हमारे साथ रहता है। लेकिन भारत सरकार की उपभोक्ता जागरूकता एजेंसी ‘Jago Grahak Jago’ ने हाल ही में चेताया है कि गलत या नकली चार्जर का इस्तेमाल आपके स्मार्टफोन के साथ-साथ आपकी सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बन सकता है।

और पढ़ें: Tata Sierra 2025: 90 के दशक की लेजेंड लौट आई, नई टेक्नोलॉजी और स्टाइल के साथ SUVs की दुनिया में धमाका

एजेंसी ने अपने X अकाउंट से पोस्ट करते हुए कहा, “भूलकर भी गलत चार्जर का इस्तेमाल न करें।” अक्सर लोग सस्ते चार्जर की ओर आकर्षित हो जाते हैं, लेकिन ये नकली या सब-स्टैंडर्ड चार्जर न तो किसी सुरक्षा मानक का पालन करते हैं और न ही सर्टिफाइड होते हैं। इसके परिणामस्वरूप बिजली का झटका, शॉर्ट सर्किट और यहां तक कि आग लगने का खतरा भी बढ़ जाता है।

CRS मार्क वाला चार्जर ही सुरक्षित- Fake Phone Charger Warning

सरकार ने स्पष्ट किया है कि फोन और अपनी सुरक्षा के लिए हमेशा CRS (Compulsory Registration Scheme) मार्क वाला चार्जर ही खरीदें। CRS मार्क यह सुनिश्चित करता है कि चार्जर सरकारी सुरक्षा मानकों को पूरा करता है। पोस्ट में असली और नकली चार्जर के बीच फर्क भी दिखाया गया है, ताकि उपभोक्ता आसानी से पहचान सकें।

सब-स्टैंडर्ड चार्जर क्या हैं?

सब-स्टैंडर्ड या नकली चार्जर वे होते हैं, जो किसी ब्रांडेड कंपनी के न होकर फर्जी नाम से बेचे जाते हैं। इन पर CRS या BIS मार्क नहीं होता और इनमें खराब क्वालिटी के कंपोनेंट इस्तेमाल किए जाते हैं। कई बार ये चार्जर देखने में असली जैसे लगते हैं, लेकिन अंदर से पूरी तरह सुरक्षित नहीं होते।

नकली चार्जर से संभावित खतरे

नकली चार्जर के इस्तेमाल से कई तरह के खतरे सामने आते हैं:

  • स्मार्टफोन की बैटरी ओवरचार्ज होकर फट सकती है या उसका बैकअप खत्म हो सकता है।
  • चार्जिंग के दौरान फोन का मदरबोर्ड खराब हो सकता है, जिसकी मरम्मत महंगी पड़ती है।
  • इलेक्ट्रिक शॉक या स्पार्किंग की घटनाएं हो सकती हैं।
  • कुछ मामलों में मोबाइल में आग लगने की घटनाएं भी सामने आई हैं, जो जानलेवा साबित हो सकती हैं।

उपभोक्ताओं के लिए संदेश

सरकार की चेतावनी स्पष्ट है: अगली बार चार्जर खरीदते समय केवल CRS मार्क वाला ओरिजिनल चार्जर ही चुनें। थोड़ी सी सावधानी आपकी जान और स्मार्टफोन दोनों बचा सकती है। नकली चार्जर सस्ते लग सकते हैं, लेकिन उनके खतरे बहुत बड़े हैं।

स्मार्टफोन की लंबी उम्र और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मार्क, ब्रांड और सर्टिफिकेशन की जांच करना न भूलें। यह छोटी सावधानी भविष्य में बड़े नुकसान से बचा सकती है।

और पढ़ें: Tesla FSD: सेल्फ-ड्राइविंग का सपना या सेफ्टी से समझौता? टेस्ला की FSD टेक्नोलॉजी अब जांच के घेरे में

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here