Viral Video: बेंगलुरु में हुई एक दिल को छू लेने वाली घटना ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। दिल्ली के कंटेंट क्रिएटर और पर्कशनिस्ट सदेव सिंह ने बेंगलुरु में एक बुजुर्ग दंपति से मिलने का फैसला किया और न केवल उनसे बात की बल्कि उन्हें अपने घर पर नाश्ता करने के लिए आमंत्रित भी किया। यह मुलाकात न केवल अप्रत्याशित दोस्ती में बदल गई बल्कि सोशल मीडिया पर लोगों के दिलों को भी छू गई।
वास्तविक स्थानीय भोजन का अनुभव करने की इच्छा- Viral Video
सदेव सिंह ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “POV: मैंने बेंगलुरु में एक अजनबी से नाश्ता खाने का अनुरोध किया।” वीडियो में सदेव बेंगलुरु के एक बुजुर्ग महिला से कहते हैं, “नमस्कार आंटी, मैं दिल्ली से हूं और यहां का स्थानीय खाना खाना चाहता था। क्या कोई तरीका है कि मैं आपके घर पर नाश्ता कर सकूं?”
सदेव का यह अनुरोध सुनकर महिला ने उन्हें बहुत ही गर्मजोशी से अपने घर में आमंत्रित किया। उन्होंने सदेव को अपने खाने की मेज़ पर बैठने को कहा और कुछ ही समय में उन्हें घर का बना नाश्ता परोसा गया। सदेव और बुजुर्ग दंपती के बीच भाषा की कोई बाधा नहीं रही और उनका रिश्ता नाश्ते और बातचीत के दौरान गहरा हो गया।
रागी मुद्दे का स्वाद और संगीत का सुख
इस मुलाकात में एक और दिलचस्प पल आया जब बुजुर्ग महिला के पति ने पारंपरिक वाद्य यंत्र निकाला और सदेव को उसे बजाना सिखाया। सदेव ने कहा, “बेंगलुरु के लोग बहुत अच्छे होते हैं,” और इस अनुभव से वह गहरे रूप से प्रभावित हुए।
इस भावुक मुलाकात के बाद, सदेव ने बुजुर्ग दंपती का धन्यवाद किया और उनके साथ तस्वीरें खींची। उन्होंने उनके आशीर्वाद भी प्राप्त किए। बुजुर्ग आदमी ने सदेव से कहा, “आज एक संगीतकार से मिलकर बहुत खुशी हुई। मैं चाहता हूं कि आप जो भी करें, उसमें सफलता हासिल करें।”
खाने के जरिए एकजुटता
सदेव सिंह ने इस मुलाकात को इंस्टाग्राम पर साझा करते हुए लिखा, “भाषाओं में बंटे हुए, खाने से एकजुट।” इस संदेश ने एक सशक्त विचार प्रस्तुत किया कि खाने के जरिए लोग न केवल एक-दूसरे के करीब आते हैं, बल्कि एक दूसरे की संस्कृतियों और परंपराओं को समझने का मौका भी मिलता है।
सोशल मीडिया पर उत्साह
सदेव के पोस्ट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और बेंगलुरु के इस असल और सच्चे रूप को सराहा। एक यूज़र ने लिखा, “यह वही बेंगलुरु है, जिसे आपको अनुभव करना चाहिए,” जबकि दूसरे ने टिप्पणी की, “उन्होंने आपको रागी मुद्दे दिया, यह कितना प्यारा है! वे सच में खुश थे कि आपने उनके घर नाश्ता किया।” एक और यूज़र ने कहा, “अगर कोई आपको रागी मुद्दे देता है तो आप सही जगह पर हैं।”
यह घटना एक सुंदर उदाहरण है कि कैसे दो अलग-अलग शहरों के लोग, विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के बावजूद, खाना और विनम्रता के जरिए एकजुट हो सकते हैं। बेंगलुरु में सदेव सिंह की यह मुलाकात न सिर्फ एक सजीव उदाहरण है, बल्कि यह सोशल मीडिया पर एक सकारात्मक संदेश फैलाने का भी काम करती है कि दुनिया में अभी भी अच्छाई और मानवता बाकी है।