उम्मीद वो जज़्बा है जिसके दम पर इंसानियत जिंदा है। हम अक्सर सुनते है कि उम्मीद पर दुनिया चलती है। ऐसे ही एक बेसहारे और लाचार शख्स के जीवन में संदीप बल्हारा उम्मीद की किरण बन कर आए । अब उन्होंने एक वीडियो जारी करते हुए लोगों से शख्स के लिए मदद की अपील की है।
दरअसल, संदीप बल्हारा एक पुलिसकर्मी है। ड्यूटी के लिए उन्हें अलग-अलग जगह जाना पड़ता है। इस बार वे हरियाणा के मुआना में पहुंचे और दीपक नाम के शख्स से मुलाकात कर उसकी स्ठिती के बारे में जाना। संदीप बल्हारा ने बताया कि दीपक लगभग 22 साल का लड़का है, जिसे तकरीबन एक-डेढ़ साल पहले छाती के पास करंट लग गया, जिसकी वजह से दीपक जमीन पर गिर पड़ा। गिरने के कारण उसे रीढ़ की हड्डी में चोटे आई, जिसके बाद अब उनके पैरों ने काम करना बंद कर दिया। अब दीपक केवल अपने एक छोटे से कमरे में ही बिस्तर पर पड़े रहते है। इसके अलावा मदद के तौर पर किसी अनजान शख्स ने उन्हें व्हीलचेयर भेंट की।
संदीप बल्हारा ने आगे बताया कि एक बार किसी ठेकेदार ने कुछ पैसे की मदद की, जिससे दीपक का ऑपरेशन भी हुआ। लेकिन इसके बावजूद दीपक ठीक नहीं हो पाए हैं। वे एक कमरे में ही बिस्तर पर लेटे रहते है। बीते एक साल से वे ठीक होने की आस में बैठे हैं। वहीं उनकी रिकवरी के लिए एक फिजियोथेरेपिस्ट लगवा रखा है, जो महीने का 15,000 रुपये चार्ज करता है। दीपक को एक साल में ठीक होने की बात भी कही है।
इसके अलावा दीपक और उनके परिवार के पास सिर्फ एक ही कमरे का घर है। हरियाणा में ही थोड़ी जमीन है और वे अपने खेतों में रहते है। ट्यूब चलाकर वे अपने लिए पानी का इंतजाम करते है, इसी तरह से उनका जीवन चल रहा है। संदीप बल्हारा ने बताया कि तकरीबन दीपक को डेढ़ लाख रुपये तक की जरुरत है। जिसके जरिये साल भर उनका फिजियोथेरेपी के जरिये इलाज चलेगा। उन्होंने दीपक के इस परिस्थिती को देखते हुए सभी से मदद की अपील की हैं। ताकि ठीक होने के बाद वे अपनी जिंदगी जीने के लिए कुछ काम करने के लायक बन सके।
संदीप बल्हारा आगे कहते है कि जब उन्होंने दीपक की ये आपबीती सुनी और उनकी परिस्थति से रूबरू हुए तो उन्हें बेहद दुख हुआ। जिसके बाद उन्होंने वीडियो जारी कर मदद मांगने की तरकीब सूझी। उन्होंने कहा कि अगर 1000 लोग भी केवल 100 रूपये की मदद कर देंगे तो ये शख्स ठीक हो सकता है। आपकी मदद से मैं गारंटी देता हूं कि ये शख्स एक साल में उठ खड़ा होगा। इसके अलावा दीपक भी अपनी रिकवरी के लिए खुद ही व्यायाम करने की कोशिश भी करते हैं, ताकि वे जल्द से जल्द ठीक हो सके।
वहीं दीपक के पिता ने बताया कि उनकी पत्नी की काफी पहले ही मृत्यु हो चुकी हैं। उन्होंने अकेले ही सभी बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा किया है। दीपक के परिवार में उनके पिता, छोटा भाई और बहन है। उनकी ये बात सुनने के बाद संदीप बल्हारा भावुक हो गए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं उनसे ज्यादा इस विषय पर बात नही कर पाऊंगा, अगर आप मुझ पर भरोसा करते है तो परिवार की मदद करने को आगे आए। मुझसे जितनी मदद होगी मैं भी करुंगा। जारी किए गए वीडियो में दीपक का अकाउंट नंबर दिया गया है। संदीप बल्हारा ने मदद की अपील के बाद एक पोस्ट के जरिये बताया कि दीपक को अब तक केवल करीब 30 हजार की मदद मिली है, जो काफी नहीं हैं। कृपया आगे कर मदद करें।
संदीप बल्हारा ने आगे कहा कि इस समय मैं छुट्टी पर हूं। ऐसे में, मैं हमेशा दूसरों के काम आने की कोशिश करता हूं। अगर और कोई भी है जिसे मदद की जरुरत है तो वे मुझसे संपर्क करें। बता दें कि संदीप बल्हारा पुलिसकर्मी होने के साथ-साथ एक समाजसेवी भी है, जो कभी भी किसी जरूरतमंद की मदद करने से पीछे नही हटते। वे अपनी पोस्ट के जरिये हमेशा दूसरों की मदद करते नजर आते है। इससे पहले भी वे कई जरूरतमंद, बेबस, लाचार और बेरोजगारों की मदद कर चुके हैं। इन्हीं की तरह हर इंसान को इंसानियत की मिसाल पेश कर दूसरों के काम आना चाहिए।