Viral News: बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले सूरज ने अपनी हिम्मत, जुनून और सपनों को हकीकत में बदलते हुए वह कर दिखाया, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। सूरज ने सिंगल गियर वाली साधारण साइकिल पर लगभग ढाई महीने का सफर तय करते हुए मधुबनी से लद्दाख तक की कठिन और रोमांचक यात्रा पूरी की। इस यात्रा का मकसद सिर्फ एक था अपने पैशन को पूरा करना।
सूरज सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और अपने इंस्टाग्राम पर उन्होंने बताया कि वे अब तक 20 राज्यों और 6 केंद्रशासित प्रदेशों में यात्रा करते हुए करीब 30,000 किलोमीटर साइकिल से पूरा कर चुके हैं। उनकी यह यात्रा सिर्फ साहस की नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति की भी मिसाल है।
लद्दाख के वीरान रास्ते और सेना का साथ- Viral News
हाल ही में सूरज ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट suraj_bl_vlogs पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने अपने मुश्किल अनुभव को बताया। उन्होंने लिखा, “सच बताऊँ, उस वक्त मेरे पास खाने को कुछ भी नहीं था। Thank you Sir।”
सूरज के मुताबिक, वह हनले से उमलिंगला की ओर जा रहे थे। रास्ता बेहद खराब और चारों ओर बंजर पहाड़, जहाँ न आदमी दिखता है न कोई जानवर। इस दौरान लेह में चल रहे विरोध प्रदर्शन के कारण सभी दुकानें बंद थीं, जिससे खाने-पीने का सामान मिलना मुश्किल हो गया था।
इसी बीच उन्हें भारतीय सेना और ITBP के जवानों का अनमोल साथ मिला। सूरज ने लिखा,
“जहाँ भी Army वाले दिखते, वह अपनी वैन रोककर पूछते और मदद करते। यही हमारे Indian Army है 🙌🫡।”
ITBP ने दिखाई दरियादिली, दिया खाना और पानी
सूरज ने अपने वीडियो में ये भी शेयर किया कि सुनसान रोड पर वे निराश खड़े थे, तभी ITBP का ट्रक उनके पास रुकता है। जवान उनसे पूछते हैं कि वे कहाँ से आए हैं। जब सूरज बताते हैं कि वह मधुबनी, बिहार से सोलो ऑल इंडिया साइकिल राइड पर निकले हैं, तो जवान उन्हें चॉकलेट, रियल जूस और पानी देकर मदद करते हैं।
सूरज जवानों की इस मदद से बेहद खुश हो जाते हैं।
सोशल मीडिया पर सेना की जमकर तारीफ
सूरज के इस पोस्ट पर सैकड़ों लोगों ने कमेंट कर ITBP और भारतीय सेना की सराहना की। कई यूजर्स ने ITBP जवानों की इस मानवीय पहल की सराहना की। एक यूजर ने लिखा कि सेना हमेशा मदद के लिए तैयार रहती है और ऐसे ही छोटे-छोटे काम उन्हें आम लोगों की नजरों में असली हीरो बनाते हैं। दूसरे यूजर ने टिप्पणी की कि रील नहीं बल्कि ऐसे रियल हीरो ही समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं। वहीं कुछ लोगों ने ITBP के शौर्य और निष्ठा को याद करते हुए लिखा कि उनका यह व्यवहार उनके मूल्यों का प्रतिबिंब है।
सूरज की कहानी क्यों खास है?
एक मामूली साइकिल पर इस तरह की यात्रा करना अपने आप में कमाल है, लेकिन जिस तरह रास्ते में सेना ने उनका साथ दिया, वह इस कहानी को और दिलचस्प बनाता है। यह सिर्फ एक युवक की यात्रा नहीं, बल्कि यह भरोसा है कि हमारी सेना हर परिस्थिति में नागरिकों की मदद के लिए खड़ी रहती है।
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