नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो संबोधन ‘मन की बात’ के जरिए लोगों को संबोधित किया। ‘मन की बात’ के 33वें संस्करण में पीएम मोदी ने देशवासियों को ईद की बधाई दी। पीएम ने कहा कि रमजान का महीना खुशियों को बांटने का है, सब लोग पवित्र भाव से रमजान को मना रहे हैं, मेरी तरफ से ईद के अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि 25 जून 1975 की रात इतिहास के लिए काली रात थी। देश का कोई भी व्यक्ति उस घटना को भूल नहीं पाएगा, जिसमें विरोध के स्वर को दबा दिया गया, देश को जेलखाने में बदल दिया गया। जयप्रकाश नारायण जैसे गणमान्य नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया, देश की न्याय
व्यवस्था भी आपातकाल के उस भयावह दौर से नहीं बच पाई। मीडिया पर जिस प्रकार का प्रतिबंध लगाया गया वह अकल्पनीय था, अखबारों को पूरी तरह से बेकार कर दिया गया था। इमरजेंसी का जिक्र करते हुए पीएम ने अटलजी की एक कविता भी पढ़ी।
पीएम मोदी ने एकबार फिर से स्वच्छता अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि समय के साथ-साथ स्वच्छता अभियान जन-जन का आंदोलन बन गया है। उन्होंने कहा कि शासन और जनता ने मिलकर 100 घंटे में 10 हजार शौचालय बनाने का काम किया है। बिजनौर के मुबारकपुर गांव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस गांव में करीब 3 हजार मुस्लिम परिवार हैं और सबने मिलकर गांव को खुले में शौचमुक्त बनाया है।
योग दिवस का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हर हिंदुस्तानी को इस दिन पर गर्व होगा। योग ने दुनिया को एक धागे में बांधने का काम किया है। इसबार बारिश के बीच लखनऊ में योग करने का अवसर प्राप्त हुआ। 21 जून के दिन पूरी दुनिया योगमय दिखी, दुनिया के लगभग सभी देशों ने योग को अपनाया है, यही कारण है कि एकबार फिर से योग के जरिए विश्व रिकॉर्ड स्थापित हुआ है।