पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को किसान कल्याण रैली को संबोधित किया है। पीएम ने भाषण की शुरूआत बांग्ला भाषा से की। साथ ही उन्होंने रैली को संबोधित करते समय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर चुटकी ली। बता दें कि जिस मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी रैली को संबोधित कर रहे हैं। इसी मैदान में ममता बनर्जी भी रैली करनेवाली हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ‘मैं ममता दीदी का भी आभार व्यक्त करता हूं जो उन्होने मेरा स्वागत करने के लिए झंडे लगाए और खुद भी मुझे लेने के लिए आई।’
पीएम मोदी इस रैली में भाषण से पहले भीड़ को दीवार से नीचे उतरने को कहते हुए दिखाई दिए। इस दौरान उन्होंने भाषण को कुछ देर के लिए रोक दिया था। जानकारी दे दें कि भाषण के दौरान पंडाल का एक हिस्सा गिर गया जिस कारण करीब 23 लोग जख्मी हो गए हैं। उन सबको अस्पताल में भर्ती किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना भाषण समाप्त करने के बाद घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे हैं।
नरेंद्र मोदी ने लोगों का आभार प्रकट करते हुए कहा है कि कल आप सब यहां पर फुटबॉल का आनंद ले रहे थे और आज यहां है जिसके लिए मैं आप सब का बहुत आभारी हूं। पीएम ने किसानों की बात करते हुए बोला,‘हमारी सरकार ने खरीफ की 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है। मिदनापुर में धान की सबसे ज्यादा खेती होती है। सरकार ने खरीफ की 14 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाया है। मिदनापुर में धान की सबसे ज्यादा खेती होती है। किसानों के लिए हमने इतना बड़ा फैसला किया है कि आज तृणमूल को भी इस सभा में हमारा स्वागत करने के लिए झंडे लगाने पड़े और उनको अपनी तस्वीर लगानी पड़ी ये भाजपा की नहीं हमारे किसानों की विजय है।’
मोदी ने अपने भाषण नें कहा कि ‘देश के 125 करोड़ लोग न्यू इंडिया के लिए काम कर रहे हैं। देश आज परिवर्तन के एक बड़े दौर से गुजर रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के समय, जिस प्रकार एक संकल्प लेकर उसे सिद्ध किया गया था, वैसे ही इस समय देश संकल्प से सिद्धि की यात्रा पर है।’साथ ही उन्होंने किसानों को अन्न दाता बताते हुए बोला कि ‘किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने का ऐतिहासिक फैसला हमारी सरकार ने लिया है। किसान हमारे अन्नदाता है और गांव हमारे देश की आत्मा हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमारी सरकार आपकी सरकार है। यह एक किसान फ्रेंडली सरकार है। पिछली सरकारों ने लंबे समय तक एमएसपी के मामलों पर बातचीत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। भाजपा की सरकार ने किसानों की बात सुनी और एमएसपी बढ़ाने का निर्णय लिया।’
ममता सरकार के ऊपर पीएम ने सिंडिकेट सरकार का आरोप लगाते हुए बोला है कि ‘देश और समाज आगे नहीं बढ़ सकता, अगर गांव अविकसित हों और किसान उपेक्षित हों। दशकों के वामपंथी शासन ने पश्चिम बंगाल को जिस हाल में पहुंचाया, आज बंगाल की हालात उससे भी बदतर होती जा रही है। बंगाल में सिंडिकेट की सरकार है। सिंडिकेट को चढ़ावा जरूरी हो गया है। बंगाल में लोकतंत्र लहूलुहान है। जोर जुल्म के बीच पंचायत के चुनाव हुए। हम बंगाल की हालत जानते हैं। सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है।’
भाजपा के कार्यकर्ताओं के साहस को लेकर आखिर में पीएम ने बोला, ‘मैं भाजपा कार्यकर्ताओं के साहस और अनुशासन को सलाम करता हूं। मैं जीवनभर इस रैली को नहीं भूलूंगा। हम 22,000 ग्रामीण हाटों को जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ अपग्रेड करने का काम कर रहें है। हमारी कोशिश है कि हमारा किसान आधुनिक खेती करने लगे। टेकनोलॉजी का प्रयोग कृषि में हो इसका काम हम कर रहे हैं।’