नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दो दिन की यात्रा पर शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन की बैठक में भाग लेने कजाकस्तान की राजधानी अस्ताना जा रहे हैं। पीएम वहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय संबधों को लेकर मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले और संयुक्त सचिव जी वी श्रीनिवास ने बताया कि पीएम 8 और 9 जून को अस्ताना में होंगे, जहां वो एससीओ के शिखर सम्मेलन में एक सदस्य के रूप में शामिल होंगे। बता दें कि एससीओ के सदस्य देशों के राष्ट्र प्रमुखों द्वारा भारत की सदस्यता का औपचारिक अनुमोदन किया जाएगा।
श्रीनिवास ने बताया कि एससीओ सचिवालय ने सूचित किया है कि संगठन में भारत की सदस्यता की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। सम्मेलन में केवल राष्ट्र अध्यक्ष ही औपचारिक अनुमोदन करेंगे और भारत पूर्ण सदस्य के रूप में सम्मेलन में भाग लेगा। गोपाल बागले ने बताया कि इस दौरान पीएम की कुछ नेताओं से द्विपक्षीय बैठकें भी प्रस्तावित हैं, जिनमें चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात भी शामिल है।
इसके बाद पीएम मोदी दस जून को भारत वापस लौट आएंगे। बता दें कि भारत 2005 में सुरक्षा और आतंकवाद के मुद्दों पर गठित एससीओ में सुपरवाइजर के रूप में शामिल हुआ था। भारत ने संगठन की सदस्यता का आवेदन रूस के उफा में 2015 में हुए शिखर सम्मेलन में दाखिल किया था।
साल 2016 में भारत के आवेदन को स्वीकार करते हुए आवश्यक 38 दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कराए गए थे। उन्होंने कहा कि भारत को अपने पड़ोस में आतंकवाद और सुरक्षा मामलों के साथ-साथ ऊर्जा, कनेक्टिविटी, कारोबार आदि विकासात्मक मामलों में अहम भूमिका निभाने का अवसर भी मिलेगा। इसी के साथ संगठन में अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के सदस्य होने के नाते उस देश में स्थिरता शांति और समृद्धि लाने में भी मदद मिलेगी।