Akash Anand Returns: आकाश आनंद की बीएसपी में वापसी, माफी और मायावती के फैसले ने बदली सियासी पिच

Akash Anand Returns Mayawati
source: Google

Akash Anand Returns: बसपा (बहुजन समाज पार्टी) के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर पद से हटा दिए गए आकाश आनंद की पार्टी में वापसी ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। यह वापसी इस बार एक सार्वजनिक माफी और मायावती द्वारा आकाश को माफ करने के ऐलान के बाद हुई है। पार्टी में यह घटनाक्रम तब हुआ जब आकाश आनंद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक के बाद एक चार पोस्ट किए, जिसमें उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती से अपनी गलती के लिए माफी मांगी। इसके तुरंत बाद मायावती ने आकाश आनंद को माफ करने का ऐलान किया, हालांकि यह स्पष्ट किया कि उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा और आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ के लिए कोई माफी नहीं दी जाएगी।

और पढ़ें: BJP and AIADMK Alliance: बीजेपी और AIADMK के बीच फिर से गठबंधन, तमिलनाडु में राजनीतिक समीकरण बदलने के संकेत

मायावती का दिल क्यों पसीजा? (Akash Anand Returns)

सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक ही मायावती का दिल अपने भतीजे के लिए पसीज गया। आकाश आनंद की वापसी को लेकर बसपा के सूत्रों की मानें तो इस घटना के बाद ही पार्टी में बदलाव की पटकथा तैयार की जा रही थी। मायावती पार्टी के भीतर अकेली पड़ती जा रही थीं और इस परिस्थिति में आकाश आनंद की वापसी की ज़रूरत महसूस हुई। समाजवादी पार्टी (सपा) लगातार बसपा के कैडर में सेंध लगा रही थी और बीजेपी भी आंबेडकर के नाम पर अपना एजेंडा भुना रही थी। इससे पार्टी के अंदर निराशा का माहौल था और मायावती को अपनी रणनीति को मजबूती से लागू करने के लिए आकाश की आवश्यकता महसूस हुई।

आकाश आनंद की वापसी की पटकथा

पार्टी सूत्रों का कहना है कि आकाश आनंद की वापसी कोई आकस्मिक निर्णय नहीं था, बल्कि इसे एक स्क्रिप्ट के अनुसार योजना बनाई गई थी। जब आकाश आनंद के पिता आनंद कुमार ने नेशनल कोऑर्डिनेटर का पद छोड़ा था, तभी से आकाश के लिए वापसी के रास्ते खोले जा रहे थे। पहले आकाश ने माफी मांगी, फिर मायावती ने उन्हें माफ कर दिया, और अब उनकी वापसी पार्टी में पूरी तरह से हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, अब आकाश आनंद को पुराने पद यानी नेशनल कोऑर्डिनेटर के रूप में पुनः बहाल करने की तैयारी चल रही है।

आकाश की वापसी से पार्टी कैडर में उत्साह

आकाश आनंद की वापसी के बाद पार्टी कैडर में एक नया उत्साह देखने को मिला है। बताया जाता है कि मायावती ने परिवार के भीतर कई दौर की बातचीत की, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया। इस वापसी से आकाश आनंद को पार्टी में और भी मजबूती मिल गई है और उनकी भूमिका अब पार्टी के भविष्य के लिए अहम मानी जा रही है। उनकी वापसी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह न केवल पार्टी के कैडर की मांग हैं, बल्कि वह पार्टी के भविष्य के चेहरे भी बन सकते हैं।

क्या मायावती के लिए अकेलापन था एक कारण?

पार्टी सूत्रों के अनुसार, मायावती को अपनी स्थिति में अकेलापन महसूस हो रहा था, और इस वजह से उन्होंने आकाश आनंद की वापसी के लिए कदम उठाया। मायावती के ऊपर ही पार्टी की सारी जिम्मेदारी थी, चाहे वह विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देना हो, बसपा के खिलाफ बन रहे नैरेटिव को काउंटर करना हो, या फिर पार्टी की मजबूती के लिए संगठन का काम करना हो। ऐसी स्थिति में आकाश आनंद की वापसी से उन्हें राहत मिली है, क्योंकि पार्टी के भीतर उम्मीदें और ऊर्जा अब फिर से ज़िंदा हो गई हैं।

आगे का रास्ता क्या है?

अब जब आकाश आनंद की वापसी हो चुकी है, पार्टी के अंदर एक नया जोश देखने को मिल रहा है। आने वाले समय में आकाश आनंद को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किए जाने की संभावना है। इस कदम से यह भी स्पष्ट हो गया है कि मायावती आकाश को अपनी रणनीति का अहम हिस्सा मानती हैं और उन्हें पार्टी के लिए जरूरी समझती हैं।

और पढ़ें: Bjp Mp Attacked: बीजेपी सांसद और सिवान के डीएम पर हमला, केंद्रीय विद्यालय के निर्माण को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here